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Monday, September 27, 2010

चौथी शादी के सपने के बदले मिली मौत

साड़ी से ही गला दबा दिया हत्या का आरोपी जेल गया
 सीहोर । एक पैंतीस वर्षीय विवाहिता को चौथा विवाह करने का सपना उस समय मंहगा साबित हुआ जब चौथे प्रेमी ने उसकी निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी। पुलिस ने इस कत्ल का पर्दाफाश करते हुए आरोपी सरपंच को गिरफ्तार कर उसे अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा के अर्न्तगत जेल भेजने के आदेश दिए गए है।
रेहटी के निकटवर्ती ग्राम नांदिया खेड़ी निवासी निर्भय सिंह यदुवंशी की 35 वर्षीय पत्नी पार्वती बाई का शव कलवाना नहर में झाड़ियों में संदिग्ध अवस्था में बरामद किया गया था। शव लगातार पानी में रहने के कारण फूल चुका था और उसके बारे में कुछ भी अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा था पर प्रथम दृष्टया ही यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। विवाहिता अपने घर से तीन पहले लापता था, शव की हालात खराब होने पर पोस्टमार्टम कराने के लिए भोपाल भेजा गया था। पार्वती बाई को निर्भय सिंह से तीसरा विवाह था वो इससे पहले अपने दो पतियों को छोड़ चुकी थी। पुलिस के अनुसार विवाहिता अपने तीसरे पति के बाद भी चौथे ग्रामीण से सम्बंध बना बैठी थी बताया जाता है कि ग्राम के सरपंच आशाराम यादव से उसका प्रेम परवान चढ़ रहा था ग्रामीणों और उसके पुत्र को जब इस बात का पता चला तो वो सरपंच के साथ लापता हो गई। पुलिस के अनुसार विवाहिता के पति की शिकायत पर गुमशुदगी का मामला कायम कर लिया गया था और संदेह के आधार पर सरपंच आशाराम की तलाश भी की जा रही थी तभी उसकी लाश संदिग्ध अवस्था में बरामद की गई और पुलिस के शक के सुई सरपंच पर घूम रही थी पुलिस ने पोस्टमार्टम रिर्पोट आने के बाद सरपंच को हिरासत में ले लिया जिस पर सरपंच ने पूरी कहानी सुना दी। थाना प्रभारी आरएन शर्मा ने बताया कि मृतिका सरपंच के साथ विवाह करना चाहती थी पर आरोपी उसके लिए तैयार नहीं था जिस पर उसने उसकी साड़ी से ही उसका गला दबाकर मार डाला। इस तरह पार्वती बाई के चौथे विवाह का अरमान रह गया। पुलिस के अनुसार इस प्रकरण में बदनामी और जेल से बचने के लिए सरपंच ने आत्म हत्या करने की भी कोशिश की पर उसे परिवारजनों की मदद से बचा लिया गया। सरपंच को भादवि की धारा 302 के अर्न्तगत प्रकरण कायम कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा के अर्न्तगत जेल भेजने के आदेश दिए गए।

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