टाउन हाल के हाल बेहाल, किराए पर लेने वालों को कराना पड़ता मैदान स्वयं ही साफ
सीहोर. टाउन हाल अपनी बदहाली पर आंसू बहाता नजर आ रहा है। सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए बनाए गए इस भवन ने धीरे-धीरे वैवाहिक भवन को रूप ले लिया पर अब उसकी भी देखभाल नहीं हो रही है। आलम यह है कि पर्याप्त किराया दिए जाने के बाद भी लोगों को खुद ही सफाई कराने के लिए विवश होना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय पर लोगों की मांग के बाद पूर्व विधायक शंकर लाल साबू और पूर्व नगर सुधार न्यास अध्यक्ष महेन्द्र सिंह सिसोदिया के अथक प्रत्यनों से टाउन हाल का निर्माण किया जाकर उसका नामाकरण रवीन्द्र संस्कृति भवन के रूप में किया गया था। इस भवन के निर्माण के समय यह कल्पना की गई थी कि यहां पर केवल सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिससे शहर के प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का पर्याप्त अवसर मिल सके पर ऐसा नहीं हो सका। नगरपालिका द्वारा पर्याप्त रख रखाव किया नहीं किया गया जिससे यह भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहाने लगा। बाद में कुछ कार्य करवाकर इसकी चादरें बदलवाई गई जिससे भीतर पानी आने की समस्या का कुछ हद तक समाधान हो सका पर बाद में स्थिति ढाक के तीन पात की भांति शून्य जैसी हो गई है लोगों को आज भी परेशानी का सामना करने पर विवश होना पड़ रहा है। रवीन्द्र संस्कृति भवन में अब सांस्कृतिक कार्यक्रम गिनती के ही होते है शादियों के अवसर पर लोग उसे अभी भी बुक कराते है। खास तौर से उस समय जब शहर की अन्य धर्मशाला और वैवाहिक कार्यक्रम स्थल बुक रहते है। सामूहिक विवाह आयोजन के समय भी इसकी मांग बनी रहती है। मांग होने के बाद भी नगर पालिका द्वारा इस दिशा में पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाना आर्श्चय का विषय बना हुआ है। इसकी बदहाली और पालिका परिषद की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस किसी को भी वैवाहिक आयोजन के लिए टाउन हाल की जरूरत होती है उसके द्वारा पालिका द्वारा निर्धारित राशि जमा कराने के बाद परिसर की साफ सफाई के लिए भी पर्याप्त मशक्कत करना पड़ती है। यहां पर मैदान के चारों तरफ इतनी अधिक गाजर घास उगी हुई है कि लोगों को को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक अक्टूबर से तीन अक्टूबर तक के लिए कस्बा निवासी एसएम खालिद ने अपने पुत्र मो. उबेज के निकाह कार्यक्रम के लिए टाउन हाल बुक किया है। यहां उगी हुई गाजर घास को साफ कराने के लिए उनके द्वारा मजदूर रखे गए। करीब छह दिन पहले से ही उनके द्वारा इस दिशा में कार्य प्रारंभ करा दिया गया है ताकि आयोजन दिनांक तक मैदान साफ हो सके। प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी दीपक देवगढ़े का कहना है कि हम मैदान साफ करा कर नहीं देते है।
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