यदि आपके पास कोई समाचार या फोटो है तथा आप भी किसी समस्या को शासन स्तर पर पंहुचाना चाहते हैं और किसी विषय पर लिखने के इच्छुक है,तो आपका स्वागत है ईमेल करे- writing.daswani@gmail.com, Mob No.-+919425070052

Thursday, September 16, 2010

इछावर नगर पंचायत अध्यक्ष सुनील राठी घिर गए

सीहोरइन दिनों जिला कृषि-ग्रामीण विकास बैंक में प्रतिनिधियों के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया में इछावर नगर पंचायत अध्यक्ष सुनील राठी घिर गए हैं। प्रारंभ से ही विवादों में घिरे रहने वाले श्री राठी पर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की रात को जिला कृषि ग्रामीण विकास बंैक महाप्रबंधक एमएस सोलंकी की शिकायत पर शासकीय कार्य में व्यवधान का प्रकरण भादवि की धारा 353 एवं 186 के अंर्तगत पंजीबद्ध किया गया है। बैंक महाप्रबंधक श्री सोलंकी ने बताया कि इछावर नगर पंचायत अध्यक्ष सुनील राठी बैंक के सूचना पटल पर लगाई जाने वाली वोटर लिस्ट को बैंक कर्मचारी विजय से छीनकर ले गए हैं। उनके इस कृत्य से चुनाव प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। जिसके आधार पर शिकायत की गई है। श्री सोलंकी ने बताया कि बैंक प्रतिनिधियों के चुनाव की प्रक्रिया नियमानुसार चल रही है। उनके द्वारा अनावश्यक रूप से विवाद खड़ा किया गया है।
चुनाव अधिकारी डिप्टी कलेक्टर इच्छित गढ़पाले ने पीपुल्स समाचार को बताया कि सोमवार की शाम छह बजे सुनील राठी ने मुझे आवेदन देकर वोटर लिस्ट उपलब्ध कराने का आग्रह किया था। जिस पर मैंने डिप्टी रजिस्ट्रार को पत्र दिया था।
डिप्टी रजिस्ट्रार अशोक शुक्ला ने बताया कि श्री राठी मेरे पास पत्र लेकर आए थे, जिस पर मैंने उन्हें महाप्रबंधक के पास भेजा था, शाम को मेरे पास जानकारी आई कि उन्होनें कार्यालय में व्यवधान उत्पन्न किया है। उन्होंने मेरे कार्यालय में शांति पूर्वक तरीके से बातचीत की थी, बैंक जाकर उन्होंने ऐसा क्यों किया यह मेरी समझ से परे है, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। वोटर लिस्ट छीनने की जरूरत नहीं
इछावर नगर पंचायत अध्यक्ष सुनील राठी ने कहा है कि मुझे राजनीतिक षडयंत्र के तहत जानबूझकर फंसाया जा रहा है। मैं तो जिला कृषि ग्रामीण विकास बैंक में विधिवत वोटर लिस्ट मांगने गया था। चुनाव अधिकारी डिप्टी कलेक्टर इच्छित गढ़पाले के पत्र को लेकर में पहले डिप्टी रजिस्ट्रार अशोक शुक्ला के पास गया था। उसके बाद उन्होंने प्रबंधक एनएस सोलंकी के पास भेज दिया। बैंक में जब वह नहीं मिले तो बाबू ने वोटर लिस्ट देने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना था कि वोटर लिस्ट सूचना पटल पर चस्पा कर दी गई है, लेकिन यह लिस्ट सूचना पटल पर नहीं थी। जब मैंने यह जानकारी मीडिया को देना चाहिए तो बैंक प्रबंधन स्वयं को परेशानी पा रहा था। तब जानबूझकर मेरे खिलाफ कोतवाली में शिकायत दर्ज करा दी गई। जब मैं विधिवत पैसे जमा कराकर वोटर लिस्ट प्राप्त करने का पात्र था तो उसे छीनने की जरूरत नहीं थी, यह आरोप मुझ पर राजनीतिज्ञों के इशारे पर लगाए गए हैं। उधर बंैक प्रबंधन का कहना है कि नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह का कार्य शोभा नहीं देता है। उन्होंने जो किया है, वह सरासर गलत है।

0 comments: