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Sunday, September 26, 2010

नेत्रहीन फैला रहा प्रकाश

पकंज तिवारी
 
नेत्रहीन भी नहीं किसी से कम
सीहोर  मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौंसलों से उड़ान होती है किसी शायर ने यह बात शहर के पकंज तिवारी के लिए ही लिखी है, वो नेत्रहीन जरूर है पर अपने कार्यों से समाज को उजाला देने का भी प्रयास कर रहा है। 21 वर्षीय पकंज तिवारी आज खुद के कार्यों के भरोसे न अपने परिवारजनों के लिए बल्कि समाज के लोगों के लिए भी कई तरह के अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। मजदूर रामनारायण तिवारी और श्रीमती कला बाई का पुत्र पकंज तिवारी वर्तमान में स्थानीय डिग्री कॉलेज से बीए कर रहा है। कक्षा एक से दसवीं तक उसने नेत्रहीनों की पढ़ाई की संस्था हैलन केलर इन्दौर से की है। जबकि कक्षा 12वीं की परीक्षा स्थानीय उत्कृष्ट स्कूल से 77 प्रतिशत अंकों के साथ उर्तीण की है।
कम्प्यूटर शिक्षा
कम्प्यूटर शिक्षा के लगातार महत्व बढ़ने के बाद भी लोगों का रूझान अभी इतना नहीं बढ़ पा रहा  है पर पकंज ने इसके महत्व को समझा है और कक्षा नवमीं भोज विश्वविद्यालय से सीसीए कोर्स जास के माध्यम से किया है। कक्षा 6 से उसने कम्प्यूटर आपरेटर करना शुरू कर दिया था।
सुनकर करता है याद
पकंज अपनी पढ़ाई को सीडी के माध्यम से पूरी कर रहा है उसको सीडी उपलब्ध कराने का कार्य अरूषि संस्था द्वारा किया जा रहा है। जिसको सुनकर पकंज द्वारा याद किया जाकर परीक्षा दी जाती है तथा  उसे लगातार सफलता मिल रही है। चार बहनों में अकेला पकंज ने अपनी जिदंगी में कभी हार नहीं मानी है। हमेशा लोगों के सामने उदाहरण बनकर कार्य करने वाला पकंज आज लोविजन लोगों की मदद करने में सक्रिय है। उसके द्वारा लोविजन लोगों को कम्प्यूटर सिखाया जा रहा है। उसका कहना है कि कम्प्यूटर आज की प्रमुख आवश्यकता है जिसका ज्ञान हर व्यक्ति को होना चाहिए।
मात्र 110 रूपए पेंशन
पकंज तिवारी को सामाजिक न्याय विभाग द्वारा हर माह एक सौ दस रूपए की पेंशन भी प्रदाय की जा रही है।
बनेगा वकील
पकंज तिवारी ने तमाम कठिनाईयों भरे सफर को तय करने के बाद भी कभी हार नहीं मानी है उसका कहना है कि वो बीए करने के बाद एलएलबी करना चाहता है। वकील बनकर वो विकलांग लोगों के हक की लडाÞई अदालत में लड़ना चाहता है ताकि उन्हें इंसाफ भी मिल सके। पकंज का कहना है कि वकील बनने का सपना भी एक दिन हकीकत में बदलेगा जिसके लिए वो दिन रात पढ़ाई भी कर रहा है।

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