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Tuesday, June 7, 2011

जिदंगी आसान भी बन सकती है- सांई साधराम






संत श्री का सीहोर में जोरदार स्वागत
सीहोर। मनुष्य तमाम प्रकार की उलझनों में जी रहा है ऐसा नहीं है कि उसकी जिंदगी आसान नहीं बन सकती है पर मनुष्य उस रास्ते पर चलने का प्रयास नहीं कर रहा है। इसके लिए मनुष्य को अपने जीवन में से असत्य का निकालना होगा यदि वो ऐसा कर लेता है तो उसकी राह में कांटे आएंगे ही नहीं। यह बात सोमवार की रात को टाउन हाल में एसएसडी मंडल, सखी बाबा आसूदाराम सेवा समिति तथा सिंधी समाज के सत्संग कार्यक्रम में रहड़की के संत सांई साधराम साहिब ने उपस्थित जनसमूह से कही।
सांई साधराम साहिब ने कहा कि यदि हमारी जिंदगी से असत्य निकल जाता है तो जिदंगी आसान बन जाती है क्योंकि एक असत्य कई प्रकार के पाप कराता जाता है और हमें उसका पता ही नहीं चलता कि हमने अपनी जिदंगी गलत राह की ओर मोड़ दी है। उन्होंने कहा कि सत्य को कभी याद रखने की जरुरत नहीं रहती जबकि असत्य बार याद रखने के चक्कर में गलती पर गलती कराता रहता है। संतश्री ने कहा कि हम जिस बात को कर रहे है अथवा कह रहे है उस पर अमल करने का प्रयास भी करे तभी हमारा जीवन सफल हो सकता है आम तौर पर देखा जाता है कि आदमी समझा तो काफी बेहतर तरीके से लेता है पर जब उस पर अमल करने की बारी आती है तो वह फेल हो जाता है हमें ऐसी परिस्थितियों से बचना होगा। उन्होंने कहा कि हमे सदैव अपने अवगुणों को त्यागने के लिए तत्पर रहना होगा तभी प्रभु प्राप्ति की ओर हमारे कदम अग्रसर होंगे। इससे पहले संतश्री ने सांई सतरामदास जी एवं अमरशहीद संत कंवर राम साहिब के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम में नपा अध्य नरेश मेवाड़ा सहित सिंधी समाज के लोगों सहित अन्य समाज के लोगों ने भागीदारी कर दर्शन लाभ प्राप्त किए।

Saturday, June 4, 2011

संत श्री का आगमन सोमवार को

सीहोर। युवा संत हजूरी रुप सांई साधराम साहिब का शुभआगमन सीहोर में सोमवार को होने जा रहा है। उनके आगमन की सूचना से लोगों में अपार उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। संत श्री के स्वागत के लिए जोरदार तैयारियां की जा रही है। इस अवसर पर सीहोर के अलावा भोपाल, इंदौर, देवास तथा आष्टा से भी श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। एसएसडी मंडल, संत सखी बाबा आसुदाराम सेवा समिति और सिंधी समाज के सदस्यों ने बताया कि रहड़की के संत सांई सतराम दास जी के गादीसर युवा संत सांई साधराम साहिब 6 जून सोमवार की रात साढ़े नौ बजे सीहोर पधार रहे है। संतश्री राजधानी भोपाल के कार्यक्रम में शरीक होने के बाद सीहोर के कार्यक्रम में शरीक होकर लोगों के दर्शन देेंगे। संतश्री प्रवचन के उपरांत लोगों के कष्टों को दूर करने के लिए भी उपाय बताएंगे जिसका लाभ प्राप्त करने के लिए सीहोर के अलावा   अलावा भोपाल, इंदौर, देवास तथा आष्टा से भी श्रद्धालुजन के आने की संभावना है।  स्थानीय बस स्टैंड के समीप टाउन हाल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। संत श्री सीहोर में कार्यक्रम में शरीक होने के बाद 7 और 8 जून को इंदौर तथा 9 जून को उजैन तथा 10 जून को देवास में कार्यक्रम में शामिल होंगे।  संत श्री के आगमन को लेकर सिंधी समाज के लोगों में व्यापक उत्साह का वातावरण देखा जारहा है। एसएसडी मंडल, संत सखी बाबा आसुदाराम सेवा समिति और सिंधी समाज के सदस्यों ने  सभी धर्म प्रेमी जनता से संतश्री के श्री मुख से बहने वाली ज्ञान गंगा का आनंद प्राप्त करने की अपील की है। 

Friday, June 3, 2011

एक साल में ही दूसरा संस्करण प्रकाशित

 प्रकाशन के पहले ही आधी किताब बुक 
सीहोर। भारतीय ज्ञान पीठ नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित लेखक पंकज पुरोहित सुबीर का उपान्यास ये वो सहर तो नहीं... का दूसरा संस्करण भारतीय ज्ञान पीठ  ने प्रकाशित कर दिया है। किसी युवा लेखक के लिए यह पहला अवसर है कि जब एक साल के भीतर ही उसकी उपान्यास का दूसरा संस्करण प्रकाशित किया गया है। इसके अलावा एक विशेष बात यह भी है कि दूसरे संस्करण के प्रकाशन के पहले ही आधी उपान्यास पहले से बुक है। ज्ञातव्य है कि शहर के साहित्यकार पंकज पुरोहित सुबीर की उपान्यास ये वो सहर तो नहीं... का प्रकाशन भारतीय ज्ञान पीठ  ने कर उन्हें भारतीय ज्ञान पीठ के नवलेखन पुरस्कार से वर्ष 2010 से नवाजा था। देश की राजधानी में उन्हें यह पुरस्कार एक भव्य और गरिमामय समारोह में प्रदान किया गया था। पंकज सुबीर का यह उपान्यास पूरे देश में चाव के साथ पढ़ा गया तथा देश के नाम चीन साहित्यकारों ने सराहना की है। लेखक ने सन् 1857 के क्रांतिकारी $गदर और सन् 2007 के प्रशासनिक $गदर को जिस खूबी से बखान किया उसकी देश भर में व्यापक स्तर पर सराहना की गई। प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर आम और खास ने पंकज सुबीर की उपान्यास की सराहना की, उपान्यास की डिमांड  बढऩे पर भारतीय ज्ञान पीठ ने एक साल के भीतर ही इसका दूसरा संस्करण प्रकाशित किया है। यह पहला अवसर है जब किसी युवा लेखक के उपान्यास का मात्र एक वर्ष के भीतर ही दूसरा संस्करण प्रकाशित किया गया हो, दूसरा संस्करण प्रकाशन के पहले उसकी आधी प्रतियां बुक हो चुकी है।

Wednesday, June 1, 2011

सीहोर एक्‍सप्रेस का 1 जून का अंक पढ़ने के लिये नीचे तस्‍वीर पर क्लिक करें

सीहोर एक्‍सप्रेस का 1 जून का अंक पढ़ने के लिये नीचे तस्‍वीर पर क्लिक करें

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