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Thursday, September 29, 2011

एयरटेल में शिकायत करने के लिए प्रश्नपत्र हल करना पड़ता है
कस्टमरकेयर पर सवालों की छड़ी
20 दिन में भी नहीं हो पा रहा शिकायत का निराकरण

सीहोर। इन दिनों एयरटेल फोन की शिकायत दर्ज करने के लिए उपभोक्ताओं को एक तरह से एक लंबा चौड़ा प्रश्न पत्र हल करने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। इन प्रश्नों के उत्तर नहीं देने वाले उपभोक्ता की शिकायत दर्ज करने से साफ इंकार कर दिया जाता है। शिकायत के निवारण की स्थिति यह है कि 20 दिन मेें भी उसका समाधान नहीं हो पा रहा है।
इन दिनों एयरटेल लैंड लाइन के उपभोक्ताओं को काफी कठिन प्रक्रिया से गुजरने पर विवश होना पड़ रहा है। किसी भी लैंडलाइन के उपभोक्ता को शिकायत दर्ज कराने के लिए पहले 198 पर फोन लगाना पड़ रहा है जो काफी देर तक तो लगता ही नहीं है और यदि लग जाता है तो उनके बीस से अधिक  प्रश्नों को सुनने के बाद 121 नम्बर लगाने का परामर्श दिया जाता है वहां पर इसी प्रकार के प्रश्नों को सुनने के बाद अपना नम्बर डायल करने का परामर्श दिया जाता है जिसमें करीब पन्द्रह से आधे घंटे का होल्ड रखने के बाद कस्टमर केयर के अधिकारी से बात कराई जाती है जहां पर अधिकारी आपकी शिकायत सुनने के पहले सवाल पर सवाल दागता जाता है, पहले फोन नम्बर एसटीडी कोड सहित जाना जाता है उसके बाद आपका एकाउंट नम्बर जो आमतौर पर उपभोक्ता को याद नहीं रहता है, उसके बाद घर का पूरा पत्ता जिस पते पर बिल आता है पूछा जाता है, उसके बाद आपके द्वारा आखिर बिल किस तारीख को किस तरह से जमा किया गया है उसकी जानकारी मांगी जाती है इनमें से यदि आपका एक भी सवाल गलत हो गया तो आपकी शिकायत दर्ज नहीं की जाएगी। इतने सारे सवालों का जवाब देने के बाद आपको शिकायत नम्बर दिया जाएगा जिसके निराकरण आलम यह है कि 07562- 406298 के उपभोक्ता द्वारा 8 सितम्बर को शिकायत दर्ज कराई गई है उसका निराकरण आज तक नहीं हो पाया है। रोजाना फोन लगाने के बाद उपभोक्ता को उन्हीें सवालों के जवाबों की प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। प्रश्न यह उत्पन्न होता है कि जब किसी उपभोक्ता की शिकायत के लिए इतनी बड़ी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा तो निजी कंपनी की सेवाओं का लाभ ही क्या? आश्चर्य का विषय तो यह है अधिकारियों द्वारा इस दिशा में ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।

Monday, September 12, 2011

हिन्दु उत्सव समिति ने किया अखाड़ों और झांकियां का स्वागत


सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी अनंत चतुर्दश के पावन अवसर पर हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष सतीश राठौर की अध्यक्षता में कोतवाली चौराहे पर विशाल मंच के माध्यम से अनेक झांकियों और आधा दर्जन से अधिक अखाड़ों के उस्तादों का स्वागत और सम्मान किया गया।रविवार की रात को आजाद मित्र मंडल, छावनी गणेश उत्सव समिति, गंज उत्सव समिति, छावनी युवा संगठन, युवा शक्ति क्लब, मंडी गणेश उत्सव समिति, सब्जी मंडी गांधी क्लब सहित अन्य झांकियों और वीर विजय अखाड़ा, वीर बजरंग अखाड़ा, महाराणा प्रताप अखाड़ा सहित अन्य अखाड़ों के उस्तादों, खलीफाओं और कलाकारों का सम्मानजनक रूप से सम्मान कर नवाजा गया। इस मौके पर प्रमुख रूप से हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष सतीश राठौर, हरीप्रसाद तिवारी, हीरालाल साहू, मोहन चौरसिया, दिलीप राठौर, राकेश श्रीवास्तव, हरि पालीवाल, प्रदीप समाधिया, मुकेश यादव, घनश्याम यादव, मनोज दीक्षित मामा, मोहन राठौर, जयदीप नेहलानी, अखिलेश चौरसिया, पप्पू धाड़ी, गोविन्द पहलवान, राजू जायसवाल, नरेश बेलानी, रमेश प्रजापित, मथुरा प्रसाद और आरसी अवस्थी आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।

राज्य स्तरीय कराते प्रतियोगिता में जीते दो मैडल

सीहोर। उज्जैन में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय कराते प्रतियोगिता में मास्टर आफ ताओ एसोसिएशन आफ मार्शल आर्ट संस्था के आधा दर्जन कराते खिलाडिय़ों ने भाग लिया। इस संबंध में जानकारी देते हुए संस्था के ग्रेड मास्टर लखन ठाकुर ने बताया कि प्रतियोगिता में भोपाल संभाग की ओर से खेलते हुए संस्था के जयंत बगोरिया ने गोल्ड मैडल और कुलदीप सोनी ने ब्राउंस मैडल पर कब्जा किया। इस अवसर पर अनेक खेल प्रेमियों ने कराते खिलाडिय़ों को उनकी सफलता के लिए बधाई दी है। जिसमें प्रमुख रूप से विधायक रमेश सक्सेना, क्लब के अध्यक्ष प्रमोद पटेल, अखिलेश राय, एसडीएम इच्छित गढपाले, अनीस खान, खेल अधिकारी आनंद स्वामी, कराते कोच विमला ठाकुर, सोनू शर्मा, नरेश वर्मा, ओम प्रकाश, स्वराज कावरे, अश्विन, मयंक, रति शर्मा, लाल सिंह, केएस बगौरिया, बीएस बगौरिया, संतोष रजक, नवीन, मधुसूदन, ऋम्क ठाकुर, मदन कुशवाहा, आशीष शर्मा, मनोज दीक्षित मामा, अशोक विश्वकर्मा, मोहन भारती और घनश्याम यादव आदि शामिल थे।

भागवत कथा मानव को देव बनाने के लिये है : पंडित अजय पुरोहित


कथा के अंतिम दिन उमड़ा जन सैलाब
सीहोर ज्ञान का फल धन या प्रतिष्ठा नहीं परमात्मा से मिलन है । विद्या का उपयोग केवल धनोपार्जन के लिये ठीक नहीं है । भक्त अपनी विद्या का उपयोग भगवत प्राप्ति के लिये करते हैं । राजा परीक्षित शुकदेव जी से कहते हैं कि गुरूदेव कृष्ण कथा को सुनकर तृप्ति नहीं हो पा रही है । वह वाणी धन्य है जो भगवान का गुणगान करती है । वही हाथ सगाा हाथ है जो भगवान की सेवा करता है । वही मन सगाा मन है जो स्थावर जंगम सभी में व्याप्त प्रभु का स्मरण कराता है । वही कान सगो कान हैं जो भगवान की पवित्र कथा का श्रवण करते हैं । निकटस्थ ग्राम छतरपुरा में जागीरदार परिवार द्वारा स्व. मदनलाल जी जागीरदार की स्मृति में करवाई जा रही भागवत कथा में अंतिम दिन की कथा सुनाते हुए महामंडलेश्वर पंडित अजय पुरोहित ने कहा कि सम्पत्ति और शक्ति का सदुपयोग करने वाला देव है तथा इनका दुरुपयोग करने वाला दैत्य है । भागवत कथा मानव को देव बनाने के लिये है । समय शक्ति और सम्पत्ति का सदुपयोग करना चाहिये । मनुष्य अपना बहुत सा समय व्यसन में नष्ट कर देता है । यदि परमात्मा ने तुम्हें अधिकार दिया है तो सदुपयोग करने का दायित्व भी तुम्हारे ही ऊपर है । पंडित पुरोहित ने सुदामा की कथा सुनाते हुए कहा कि आत्म संपत्ति, शक्ति तथा विद्या का सदुपयोग सुदामा जी ने किया परिणाम स्वरूप उन्हें भगवान ने ऐश्वर्यशाली बनाया । अंतिम दिन की कथा में पंडित अजय पुरोहित ने कहा कि यह शरीर तो मलिन है इस शरीर से ब्रह्म संबंध हो नहीं सकता । शरीर तो दुर्गन्ध युक्त है अत: देव तो इससे दूर भागते हैं । मन को ईश्वर से जोडऩा पड़ेगा । काल सभी के सिर पर मंडराता है यदि इससे बचना है तो ईश्वर की शरण में जाना पड़ेगा । सभी में प्रभु का अंश है ऐसा मान कर व्यवहार करने से मन भक्तिमय बन जायेगा । जड़ चेतन एक हैं सभी जड़ चेतन ईश्वर मय हैं ऐसा मानने से पापों से बचा जा सकता है । और मन को शान्ति मिलना संभव है । कथा के अंतिम दिन आस पास के हजारों श्रद्धालुगण उमड़ पड़े ।



सेंट एनिस फुटबाल टीम पहुंची सेमीफाइनल में

अंडर-16 कोकाकोला कप फुटबाल प्रतियोगिता
सीहोर। सेंट एनिस विद्यालय के फारवर्ड जोड़ी जितेन्द्र और आशीष के दो-दो शानदार गोलों की मदद से जिला स्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता के एक तरफा मुकाबले में रुकमणी विद्यालय झरखेड़ा को 6-0 के विशाल अंतराल से हराकर प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में प्रवेश किया है।उक्त जानकारी देते हुए जिला फुटबाल एसोसिएशन के प्रवक्ता मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि चर्च मैदान पर जिला फुटबाल एसोसिएशन के तत्वाधान में जारी अंडर-16 कोकाकोला कप फुटबाल प्रतियोगिता में करीब एक दर्जन से अधिक जिले की विभिन्न विद्यालयों की टीमों ने भाग लिया था। सोमवार को प्रतियोगिता का मैच सेंट एनिस और रुकमणी विद्यालय झरखेड़ा के मध्य खेला गया। इस एक तरफा मुकाबले में सेंट एनिस की ओर से जितेन्द्र और आशीष ने दो-दो और धर्मेन्द्र और पृथ्वी ने एक-एक गोल किया। इस तरह सेंट एनिस विद्यालय प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंच गई। सोमवार को आयोजित इस मैच के निर्णायक वैभव उदासी, रूपेश, अक्षय, मनोज अहिरवार, रवि श्रीवास्तव और विपिन थे।

प्रतियोगिता का सेमीफाइनल आज
मंगलवार को प्रतियोगिता के दो सेमीफाइनल मुकाबले खेले जाऐंगे। जिसमें पहला मुकाबला सेंट एनिस और नूतन क्लब और आवासीय खेलकूद संस्था और रुकमणी विद्यालय फुटबाल टीम के मध्य रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा।





Saturday, September 3, 2011

सीहोर मे सनसनीखेज डकैती


करीब दस लाख का माल ले गए आधा दर्जन बदमाश
परिवार के मुखिया को भोपाल रिफर किया
सीहोर। शनिवार की सुबह स्थानीय इंदौर नाका स्थित एक आवास पर आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने योजनाबृद्ध तरीके से हमला बोलते हुए करीब दस लाख का माल लूट लिया। बदमाशो ने परिवार के मुखिया और उनके पुत्र के साथ जमकर मारपीट की जिससे मुखिया के सिर पर गंभीर चोट आने पर उन्हें भोपाल रैफर किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश के लिए चारों तरफ जाल बिछा दिया पर अभी तक किसी प्रकार का सुराग नहीं लग सका है। इस सनसनी खेज घटनाक्रम के कारण शहर में चिंता का माहौल भी देखा जा रहा है।
पुलिस से मिली से जानकारी अनुसार शनिवार की सुबह करीब चार बजे स्थानीय इंदौर नाका क्षेत्र स्थित मंत्री पेट्रोल पंप के सामने रहने वाले समाज सेवी गोपाल विजयवर्गीय के मकान पर बदमाशों ने धावा बोला। बताया जाता है कि बदमाशो ने पहले श्री विजयवर्गीय के घर के बाहर तैनात रहने वाले चौकीदार के हाथ बांध दिए उसके मुहँ पर भी कपड़ा बांध दिया जिससे वो आवाज नहीं कर सके। बदमाश वहां से सीधे उनके एक कमरे के बाहर पहुंचे जहां पर उन्होंने एक कमरे के दरवाजे में किसी नुकीले चीज से छेद किया जिसके सहारे से भीतर से सांकुल खोलकर भीतर प्रवेश किया।
बताया जाता है कि इस बड़े मकान में बदमाशों ने सबसे पहले गोपाल विजयवर्गीय के कमरे में प्रवेश किया और उनकी पत्नी समाज सेविका श्रीमती शशि विजयवर्गीय के गले से सोने की चैन खींच ली जिस पर श्री विजयवर्गीय ने प्रतिकार करने के लिए अपना लायसेंस शस्त्र निकाल लिया पर बदमाशों ने उनके शस्त्र को छीन लिया पर उनके साथ बेदर्दी के साथ मारपीट करना शुरू कर दी जिससे उनके सिर पर चोंट आ गई पर, यह आवाजे सुनने के बाद उनका पुत्र मधुर विजयवर्गीय आ गया और उसने भी विरोध प्रकट करने का प्रयास किया तो बदमाशों ने उसके साथ भी मारपीट करना शुरू कर दी, बदमाशों की संख्या और तेवर देखते हुए मधुर ने बदमाशों से मारपीट करने की जगह माल ले जाने का आग्रह किया  जिस पर बदमाशों ने मधुर और उसकी पत्नी श्वेता तथा उसकी माता  शशि तथा पिता गोपाल विजयवर्गीय को एक कमरे में बंद कर दिया उनको कमरे में बंद करने के बाद बदमाशों ने उनके घर से करीब दस लाख रुपए के माल पर हाथ साफ कर दिया। विजयवर्गीय परिवार के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बदमाशों ने उनके यहां से करीब तीन से चार लाख रूपए नकद और छह से सात लाख रूपए के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया।
मोबाइल लगाया
बताया जाता है कि बदमाशों ने घर की महिलाओं के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की और चारो को जब कमरे में बंद किया तो मधुर विजयवर्गीय ने फिर साहस का परिचय देते हुए थाने फोन लगाने का प्रयास किया पर फोन नहीं लग सका इसके बाद उन्होंने अपने परिचित लोगों को फोन बड़ा बाजार और चाणक्यपुरी क्षेत्र में लगाया जिस पर उन्होंने कोतवाली में जानकारी दी बताया जाता है कि पुलिस जवान गए तो सही पर मकान की लोकेशन उन्हें नहीं मिली उसके बाद जब फोर्स आया तो बदमाश अपना कार्य करके जा चुके थे। पुलिस को उनके जाने की दिशा  में भी गलत जानकारी मिली जिससे भी उनका पीछा नहीं किया जा सका।
चौकीदार के पैर खुले थे
पुलिस को पूरे घटनाक्रम पर एक बात गले नहीं उतर रही है कि चौकीदार के पैर क्यों खुले थे और पैर खुले थे तो वो भागा क्यों नहीं। पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के प्रयास कर रही है। पुलिस कप्तान केडी पाराशर सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  सुनील मेहता तथा एसडीओपी योगेश्वर शर्मा और पुलिस बल पहुंचा और घेराबंदी की पर इन पंक्तियों के लिखे जाने तक किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं लग सका है।
 मुखिया भोपाल रिफर
परिवार के मुखिया श्री गोपाल विजयवर्गीय को सिर पर गंभीर चोट होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें भोपाल ले जाया गया है जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
संख्या पर संदेह
बदमाशों की संख्या पर संदेह बना हुआ परिजनों के अनुसार जो बदमाश भीतर घुसे थे उनकी संख्या पांच से अधिक नहीं थी पैरो के निशान भी घर के बाहर इतने ही लोगों के मिले है जबकि चौकीदार का कहना है कि संख्या आठ दस से अधिक रही होगी। बदमाश लुंगी चड्डी पहने हुए थे तथा कुछ ने शर्ट भी पहन रखी थी जिससे भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि यह कार्य चड्डीधारी गिरोह का है अथवा कंजरों का, पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस प्रकार से महिलाओं के साथ मारपीट नहीं की गई है उससे कंजरों पर संदेह किया जा रहा है। बदमाशों ने घटना स्थल पर पत्थरों का भी उपयोग किया है जो आमतौर पर चड्डीधारी गिरोह किया करते है। बताया जाता है कि बदमाश लाठी फर्से से लैस थे जिसका उन्होंने पिता प़ुत्र के साथ मारपीट में उपयोग किया है।
कमजोर दरवाजा
पुलिस को इस बात पर शक है कि घटनाक्रम में किसी जुड़े हुए व्यक्ति का भी हाथ हो सकता है क्योंकि बदमाशों ने भीतर घुसने के लिए जिस दरवाजे का उपयोग किया है वो उनके मकान का सबसे कमजोर दरवाजा ही माना जा रहा है जिस प्रकार से उसमे छेद किया गया है उसमें केवल एक उंगली ही जा सकती है। पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
आग की तरह फैली
यह घटनाक्रम सुबह होते ही पूरे शहर में आग की तरह फैल गया जिससे न केवल पुलिस बल्कि आम लोगों की नींद भी उड़ गई। देखना यह है कि पुलिस द्वारा किए जाने वाले प्रयास कितने कारगर हो पाते है।
बाबा रामदेव रूके थे
देश भर की यात्रा के दौरान जब बाबा रामदेव सीहोर आए थे तो वे श्री विजयवर्गीय के इसी आवास पर रुके थे। रात्रि विश्राम के बाद आवासीय स्कूल मैदान कार्यक्रम में भाग लिया था।