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Saturday, September 3, 2011

सीहोर मे सनसनीखेज डकैती


करीब दस लाख का माल ले गए आधा दर्जन बदमाश
परिवार के मुखिया को भोपाल रिफर किया
सीहोर। शनिवार की सुबह स्थानीय इंदौर नाका स्थित एक आवास पर आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने योजनाबृद्ध तरीके से हमला बोलते हुए करीब दस लाख का माल लूट लिया। बदमाशो ने परिवार के मुखिया और उनके पुत्र के साथ जमकर मारपीट की जिससे मुखिया के सिर पर गंभीर चोट आने पर उन्हें भोपाल रैफर किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश के लिए चारों तरफ जाल बिछा दिया पर अभी तक किसी प्रकार का सुराग नहीं लग सका है। इस सनसनी खेज घटनाक्रम के कारण शहर में चिंता का माहौल भी देखा जा रहा है।
पुलिस से मिली से जानकारी अनुसार शनिवार की सुबह करीब चार बजे स्थानीय इंदौर नाका क्षेत्र स्थित मंत्री पेट्रोल पंप के सामने रहने वाले समाज सेवी गोपाल विजयवर्गीय के मकान पर बदमाशों ने धावा बोला। बताया जाता है कि बदमाशो ने पहले श्री विजयवर्गीय के घर के बाहर तैनात रहने वाले चौकीदार के हाथ बांध दिए उसके मुहँ पर भी कपड़ा बांध दिया जिससे वो आवाज नहीं कर सके। बदमाश वहां से सीधे उनके एक कमरे के बाहर पहुंचे जहां पर उन्होंने एक कमरे के दरवाजे में किसी नुकीले चीज से छेद किया जिसके सहारे से भीतर से सांकुल खोलकर भीतर प्रवेश किया।
बताया जाता है कि इस बड़े मकान में बदमाशों ने सबसे पहले गोपाल विजयवर्गीय के कमरे में प्रवेश किया और उनकी पत्नी समाज सेविका श्रीमती शशि विजयवर्गीय के गले से सोने की चैन खींच ली जिस पर श्री विजयवर्गीय ने प्रतिकार करने के लिए अपना लायसेंस शस्त्र निकाल लिया पर बदमाशों ने उनके शस्त्र को छीन लिया पर उनके साथ बेदर्दी के साथ मारपीट करना शुरू कर दी जिससे उनके सिर पर चोंट आ गई पर, यह आवाजे सुनने के बाद उनका पुत्र मधुर विजयवर्गीय आ गया और उसने भी विरोध प्रकट करने का प्रयास किया तो बदमाशों ने उसके साथ भी मारपीट करना शुरू कर दी, बदमाशों की संख्या और तेवर देखते हुए मधुर ने बदमाशों से मारपीट करने की जगह माल ले जाने का आग्रह किया  जिस पर बदमाशों ने मधुर और उसकी पत्नी श्वेता तथा उसकी माता  शशि तथा पिता गोपाल विजयवर्गीय को एक कमरे में बंद कर दिया उनको कमरे में बंद करने के बाद बदमाशों ने उनके घर से करीब दस लाख रुपए के माल पर हाथ साफ कर दिया। विजयवर्गीय परिवार के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बदमाशों ने उनके यहां से करीब तीन से चार लाख रूपए नकद और छह से सात लाख रूपए के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया।
मोबाइल लगाया
बताया जाता है कि बदमाशों ने घर की महिलाओं के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की और चारो को जब कमरे में बंद किया तो मधुर विजयवर्गीय ने फिर साहस का परिचय देते हुए थाने फोन लगाने का प्रयास किया पर फोन नहीं लग सका इसके बाद उन्होंने अपने परिचित लोगों को फोन बड़ा बाजार और चाणक्यपुरी क्षेत्र में लगाया जिस पर उन्होंने कोतवाली में जानकारी दी बताया जाता है कि पुलिस जवान गए तो सही पर मकान की लोकेशन उन्हें नहीं मिली उसके बाद जब फोर्स आया तो बदमाश अपना कार्य करके जा चुके थे। पुलिस को उनके जाने की दिशा  में भी गलत जानकारी मिली जिससे भी उनका पीछा नहीं किया जा सका।
चौकीदार के पैर खुले थे
पुलिस को पूरे घटनाक्रम पर एक बात गले नहीं उतर रही है कि चौकीदार के पैर क्यों खुले थे और पैर खुले थे तो वो भागा क्यों नहीं। पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के प्रयास कर रही है। पुलिस कप्तान केडी पाराशर सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  सुनील मेहता तथा एसडीओपी योगेश्वर शर्मा और पुलिस बल पहुंचा और घेराबंदी की पर इन पंक्तियों के लिखे जाने तक किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं लग सका है।
 मुखिया भोपाल रिफर
परिवार के मुखिया श्री गोपाल विजयवर्गीय को सिर पर गंभीर चोट होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें भोपाल ले जाया गया है जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
संख्या पर संदेह
बदमाशों की संख्या पर संदेह बना हुआ परिजनों के अनुसार जो बदमाश भीतर घुसे थे उनकी संख्या पांच से अधिक नहीं थी पैरो के निशान भी घर के बाहर इतने ही लोगों के मिले है जबकि चौकीदार का कहना है कि संख्या आठ दस से अधिक रही होगी। बदमाश लुंगी चड्डी पहने हुए थे तथा कुछ ने शर्ट भी पहन रखी थी जिससे भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है कि यह कार्य चड्डीधारी गिरोह का है अथवा कंजरों का, पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस प्रकार से महिलाओं के साथ मारपीट नहीं की गई है उससे कंजरों पर संदेह किया जा रहा है। बदमाशों ने घटना स्थल पर पत्थरों का भी उपयोग किया है जो आमतौर पर चड्डीधारी गिरोह किया करते है। बताया जाता है कि बदमाश लाठी फर्से से लैस थे जिसका उन्होंने पिता प़ुत्र के साथ मारपीट में उपयोग किया है।
कमजोर दरवाजा
पुलिस को इस बात पर शक है कि घटनाक्रम में किसी जुड़े हुए व्यक्ति का भी हाथ हो सकता है क्योंकि बदमाशों ने भीतर घुसने के लिए जिस दरवाजे का उपयोग किया है वो उनके मकान का सबसे कमजोर दरवाजा ही माना जा रहा है जिस प्रकार से उसमे छेद किया गया है उसमें केवल एक उंगली ही जा सकती है। पुलिस इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
आग की तरह फैली
यह घटनाक्रम सुबह होते ही पूरे शहर में आग की तरह फैल गया जिससे न केवल पुलिस बल्कि आम लोगों की नींद भी उड़ गई। देखना यह है कि पुलिस द्वारा किए जाने वाले प्रयास कितने कारगर हो पाते है।
बाबा रामदेव रूके थे
देश भर की यात्रा के दौरान जब बाबा रामदेव सीहोर आए थे तो वे श्री विजयवर्गीय के इसी आवास पर रुके थे। रात्रि विश्राम के बाद आवासीय स्कूल मैदान कार्यक्रम में भाग लिया था।

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