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Monday, November 19, 2012


अखिल भारतीय कवि स मेलन में देर रात तक बरसा काव्य रस
सीहोर 
स्थानीय लीसा टाकीज मैदान पर राजकुमार जायसवाल रिंकू मित्र मंडल द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कवि स मेलन में देर रात तक देश भर के दिग्गज कवियों ने काव्य रस की बरसात की । कवि स मेलन को सुनने के लिये हजारों की सं या में श्रोता उपस्थित थे । 
लीसा टॉकीज मैदान पर आयोजित कवि स मेलन का शुभारंभ पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राकेश राय, समाजसेवी अ िालेश राय, स्वदेश राय, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कैलाश परमार तथा युवा कांग्रेस नेता राजकुमार जायसवाल रिंकू एवं अतिथि कवियों ने दीप प्रज्जवलित कर तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया । समाजसेवी अखिलेश राय ने शॉल श्रीफल भेंट कर तथा पुष्पहार पहना कर सभी अतिथियों का अभिनंदन किया । कैलाश परमार की अध्यक्षता में कवि स मेलन के प्रारंभ में मां सरस्वती की वंदना देश के वि यात गीतकार डॉ विष्णु सक्सेना ने प्रस्तुत की । कार्यक्रम का संचालन करते हुए सुप्रसित्र कवि शशिकांत यादव ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया । मु बई से आये कवि अनिल अट्टापट्टू ने हास्य और व्यंग्य से कवि स मेलन में समां बांध दिया । उन्होंने हास्य की कई कविताएं पढ़ीं । झांसी से आये कवि चांद कवि ने श्रंगार की कई कविताएं तथा $गज़लें पढ़ीं जिनको श्रोताओं ने खूब सराहा । कार्यक्रम के सूत्रधार कवि पंकज सुबीर ने ओज के कई मुक्तक पढ़े । उनके मुक्तक लोग ऊंचे हो गये हैं सिर्फ तलवे चाट के को श्रोताओं ने बहुत सराहा । कोटा से आये हास्य कवि सुरेंद्र यादवेंद्र ने कवि स मेलन को हास्य कविताओं के माध्यम ने नई ऊंचाइयां प्रदान कीं । उनकी आशु कविता बजाओ ताली का श्रोताओं ने बहुत आनंद लिया । नई दिलली से आईं कवयित्री अना देहलवी ने गीत और $गज़लों को तरन्नुम में पढ़ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया किरन देना सुमन देना न धन देना जैसे मुक्तकों पर पूरे मैदान में खचाखच भरे श्रोताओं ने करतल ध्वनि से दाद दी । अलीगढ़ से आये शीर्ष गीतकार डॉ विष्णु सक्सेना ने भी मुक्तों और गीतों से श्रोताओं का मन मोह लिया । तेरी जुल्फ में कसम से बादल छिपे हुए हैं जैसे मुक्तकों का युवा श्रोताओं ने खूब आनंद लिया । देश के शीष हास्य कवि ग्वालियर से आये प्रदीप चौबे ने अपनी क्षणिकाओं ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया । छोटे बच्चे के सवालों की क्षणिकाओं ने पर श्रोताओं ने आनंद लिया । मंच का संचालन कर रहे कवि शशिकांत यादव ने प्रहसनों, चुटकुलों, हास्य कविताओं से पूरे समय श्रोताओं को बांधे रखा ।

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