पकंज सुबीर की नई कहानी चर्चाओं में
भारतीय ज्ञानपीठ की मासिक पत्रिका नया ज्ञानोदय में प्रकाशित कहानी
सीहोर। अपने लेखन से देश विदेश में ख्याति अर्जित कर चुके सीहोर के साहित्यकार पंकज पुरोहित सुबीर की नई कहानी एक बार फिर चर्चाओं का केन्द्र बिंदु बन गई है। उनकी नई कहानी नक्कार खाने में पुरुष विमर्श को देश की अग्रणी संस्था भारतीय ज्ञानपीठ की मासिक पत्रिका नया ज्ञानोदय में प्रकाशित किया गया है। यूं तो पंकज सुबीर की कई पुस्तक तथा उपान्यास पूरे देश में चाव के साथ पढ़ी जा रही है इसी क्रम में भारतीय ज्ञानपीठ की मासिक पत्रिका नया ज्ञानोदय के सितम्बर माह के अंक में प्रकाशित की गई कहानी नक्कार खाने में पुरुष विमर्श चर्चाओं में आ गई है। इस कहानी में पंकज सुबीर ने उस अनछुए पहलू को उठाया है जो समाज में दिखाई कम देता है पर उसका प्रभाव सबसे ज्यादा पड़ता है। अमीर खान ने सत्य मेव जयते में यह तो बताया कि महिलाओं को पुरुष वर्ग द्वारा प्रताडऩा दी जाती है पर अमीर खान ने उन महिलाओं का जिक्र करना भी उचित नहीं समझा कि वे पुरुष कहां जाए जो महिलाओं की प्रताडऩा के शिकार है। श्री सुबीर की कहानी में इसी पहलू को उठाया गया 11 पेज की इस कहानी को पढऩे के बाद कई लोग इसे अपने आसपास की कहानी को समझ कर भी इस हकीकत भरी कहानी का दर्द समझ सकते है।
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