कमलभान ने कठिन परिश्रम एवं लगन से किया नाम रोशन
विपरीत परिस्थितियों में भी परिश्रम करते हुए आगे बढ़ना ही जीवन है। इस उक्ति को साकार किया है प्रदेश के सिवनी जिले के छिल्पा ग्राम के बालक कमलभान ने।
कमलभान के जन्म के 6 माह पश्चात माँ का देहांत हो गया और पिता ने दूसरी शादी कर ली। माँ की ममता तथा पिता के स्नेह से वंचित कमलभान का एक मात्र सहारा बनी उसकी अंधी दादी। दादी की वृद्धावस्था पेंशन से दोनों की गुजर होने लगी।
गाँव के ही स्कूल पतेराटोला में दाखिला लेकर कमलभान ने पढ़ाई शुरू की। 14 वर्ष का होने पर उसकी योग्यता तथा लगन को देखते हुए पत्रकार श्री कमलाशरण मिश्रा ने जिला स्तरीय मोगली महोत्सव में भाग लेने के लिये लिखित परीक्षा देने का अवसर दिलवाया। परीक्षा में सफलता मिली और राज्य-स्तरीय मोगली महोत्सव 2012 जो पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी में आयोजित था, में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। इस सफलता पर स्थानीय शिक्षकों द्वारा कमलभान को सम्मानित किया गया।,
प्रदेश की शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस तथा प्रमुख सचिव श्री संजय सिंह द्वारा कमलभान को गोल्ड मेडल एवं प्रमाण-पत्र आदि देकर सम्मानित किया गया है।
कठिन चुनौतियों का सामना करते हुए शिक्षा प्राप्त करने एवं जिले का नाम रोशन करने वाले कमलभान की आज सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।
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