ननकाना साहिब यात्रा का पचास प्रतिशत व्यय राज्य सरकार वहन करेगी
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सिक्ख कन्याओं के विवाह के लिये आनन्द कारज योजना बनेगी - मुख्यमंत्री श्री चौहान, मुख्यमंत्री निवास पर प्रकाशोत्सव मना |
544वां प्रकाशोत्सव का आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर गरिमामय आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने इस अवसर पर घोषणा की सिक्ख कन्याओं के विवाह के लिये आनन्दकारज योजना बनायी जायेगी। गुरूनानक साहिब की जन्मस्थली ननकाना साहिब की यात्रा करने वालो की यात्रा व्यय का पचास प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में स्वर्ण मंदिर साहिब की यात्रा पहले से ही शामिल है।
गुरूग्रंथ साहिब के मुख्यमंत्री निवास आगमन पर मुख्यमंत्री श्री चौहान तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह ने भक्तिभाव के साथ अगवानी की तथा अपने शीश पर लेकर पालकी में विराजित किया। श्री चौहान ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधनासिंह के साथ गुरूग्रंथ साहिब की पालकी को कंधे पर दरबार तक ले गये। कार्यक्रम के समापन पर श्री चौहान ने पुनः श्रद्धापूर्वक गुरू ग्रंथ साहिब को विदाई दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गुरूनानक देव की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि गुरू के संदेश को प्रसारित करने का प्रयास ही बेटी बचाओ अभियान है। कुछ लोग बेटा और बेटी में भेदभाव कर रहे हैं। इसे समाप्त करना होगा। उन्होंने सिक्ख संगत का आव्हान किया कि वह मध्यप्रदेश को बनाने के प्रयासों में अपने कर्त्तव्यों के पालन द्वारा योगदान दें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिक्ख समाज पुरूषार्थी समाज है। जो अधर्म और अन्याय के विरूद्ध सबसे पहले खड़ा होता है। यह वीर समाज धर्म और देश की रक्षा के लिये सर्वस्व न्यौछावर करने वाला है। सिक्ख समाज जहां भी रहता है उस क्षेत्र के विकास में भरपूर योगदान देता है। उन्होंने कहा कि समाज द्वारा उनको जो पगड़ी पहनाई है उसका मान-सम्मान और शान जाने नहीं देंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ईश्वर के अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन सबका मालिक एक है। ईश्वर को मानने के तरीके भिन्न हो सकते हैं। संसार यदि इस बात को स्वीकार ले तो सारे झगड़े ही समाप्त हो जायें।
गुरूद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष श्री ज्ञानी दिलीपसिंह जी ने सिक्ख समाज की ओर से आयोजन की बधाई देते हुये कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान जिस प्रकार सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार कर रहे हैं। राज्य की सेवा कर रहे हैं। इसी प्रकार निरंतर करते रहें इसकी उन्होंने ईश्वर से अरदास की है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्या केन्द्र के बालक-बालिकाओं ने कीर्तन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा सिक्ख संगत के प्रमुख व्यक्तियों का सम्मान किया गया। गुरूद्वारा साहिब हमीदिया रोड के मुख्य ग्रंथी श्री गुरभेजसिंह ने गुरू नानक के उपदेशों पर व्याख्यान दिया। इंदौर गुरूद्वारा के मुख्य ग्रंथी जी ने शबद कीर्तन किया। सिक्ख समाज द्वारा श्री चौहान एवं उनकी पत्नी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर वन मंत्री श्री सरताजसिंह, विभिन्न धर्माचार्य, निगम मंडलों के अध्यक्ष, विधायक और बड़ी संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित थे।
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