मुझे पदमश्री की चाह कभी नहीं रही, मैं जनता का दर्द सुनाता हूँ- कुमार विश्वास
साहित्यकार पंकज पुरोहित सुबीर
के निवास पर पहुंचे कुमार विश्वास
सीहोर। स्थानीय सत्य सांई कॉलेज के वार्षिक उत्सव समारोह में भाग लेने के बाद देश के ख्यातनाम कवि कुमार विश्वास शहर के साहित्यकार कवि पकंज पुरोहित सुबीर के निवास पर पहुंचे जहां पर उन्होंने सीहोर एक्सप्रेस से चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें कभी पदमश्री की चाह नहीं रही वे अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के साथ रहकर भ्रष्टाचार की आवाज बुलंद करते हुए जनता का दर्द सरकार तक पहुंचाने में अधिक भरोसा रखते है।
कुमार विश्वास ने अपने बेबाक अंदाज में कहा कि मं नेता बनकर किसी की चमचागिरी क्यों करुं मेरे पर सरस्वती जी की कृपा है और मैं एक साधारण मास्टर का बेटा हूँ, यदि मैं भी राजनीति में आ गया तो आज जिनके खिलाफ आवाज उठाता हूँ कल उन्हीं की जमात में खड़ा दिखाई दूंगा। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि दो साल में हमने भ्रष्टाचार के मुद्दे को मरने नहीं दिया और आज भ्रष्टाचार के मामले में जनता नेताओं से सवाल करने लगी है जो एक अच्छा संकेत है जनता को जागरुक करना ही हमारा मकसद भी है।
कुमार विश्वास ने अपने बेबाक अंदाज में कहा कि मं नेता बनकर किसी की चमचागिरी क्यों करुं मेरे पर सरस्वती जी की कृपा है और मैं एक साधारण मास्टर का बेटा हूँ, यदि मैं भी राजनीति में आ गया तो आज जिनके खिलाफ आवाज उठाता हूँ कल उन्हीं की जमात में खड़ा दिखाई दूंगा। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि दो साल में हमने भ्रष्टाचार के मुद्दे को मरने नहीं दिया और आज भ्रष्टाचार के मामले में जनता नेताओं से सवाल करने लगी है जो एक अच्छा संकेत है जनता को जागरुक करना ही हमारा मकसद भी है।
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