सीहोर। इस बार गर्मी की छुट्टियां समाप्त होने के बाद शिक्षिकाओं के हाथों में कलम तो होगी ही साथ ही साथ उनके कलम वाले हाथ छात्राओं को आत्म रक्षा के गुर भी सिखाएंगे, जिसके लिए पहले शिक्षिकाओं को विधिवत ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी, इस ट्रेनिंग के दौरान शिक्षिकाओं को जूडो, कराटे तथा ताईक्वांडो सिखाया जाएगा, शिक्षिकाएं यह ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद इसका प्रशिक्षण अपने-अपने स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं को प्रदान करेगी जिससे वो अपनी आत्म रक्षा वो स्वयं कर सकेगी। शिक्षा विभाग के पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी अनुसार प्रदेश के सभी स्कूलों में अध्ययनरत् बालिकाओं को शारीरिक रुप से स्वस्थ्य और आत्मरक्षा के उद्ेश्य से शिक्षिकाओं को मास्टर रिसोर्स परसन उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम सीहोर में भी 18 मई से 27 मई तक आवासीय खेलकूद संस्था में आयोजित किया जा रहा है। जिसको लेकर विभाग द्वारा तैयारियां की जा रही है।
इस बार ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान शिक्षा विभाग के दिशा निर्देश में सभी स्कूलों की शिक्षिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के उद्ेश्य से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आवासीय स्कूल में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें शिक्षिकाओं को जूडो, कराटे तथा ताईक्वांडो का प्रशिक्षण बाहर से आने वाले प्रशिक्षकों द्वारा प्रदान किया जाएगा। नौ दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान शिक्षिकाओं को इस बात का भी प्रशिक्षण विशेष रुप से प्रदान किया जाएगा कि वो कैसे अपने स्कूल की छात्राओं को यह प्रशिक्षण प्रदान करे जिससे वो अपनी आत्म रक्षा कर सके। स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के परिपालन में विभाग द्वारा जोरदार तैयारियां की जा रही है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया जाकर शिक्षिकाओं तथा शिक्षकों को दायित्व सौंपे जा रहे है। आत्मरक्षा अभियान के अंर्तगत किए जा रहे कार्यक्रम का लाभ कितना और किस प्रकार से मिलता है वो तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा पर इतना जरुर है कि यदि यह प्रशिक्षण पूूरी गंभीरता और लगन के साथ शिक्षिकाएं सीख लेती है तो छात्राओं को इसका लाभ जरुर मिल सकता है। परिणाम की चिंता किए बिना विभाग द्वारा तैयारियां की जा रही है।
इस बार ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान शिक्षा विभाग के दिशा निर्देश में सभी स्कूलों की शिक्षिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के उद्ेश्य से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आवासीय स्कूल में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें शिक्षिकाओं को जूडो, कराटे तथा ताईक्वांडो का प्रशिक्षण बाहर से आने वाले प्रशिक्षकों द्वारा प्रदान किया जाएगा। नौ दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान शिक्षिकाओं को इस बात का भी प्रशिक्षण विशेष रुप से प्रदान किया जाएगा कि वो कैसे अपने स्कूल की छात्राओं को यह प्रशिक्षण प्रदान करे जिससे वो अपनी आत्म रक्षा कर सके। स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के परिपालन में विभाग द्वारा जोरदार तैयारियां की जा रही है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया जाकर शिक्षिकाओं तथा शिक्षकों को दायित्व सौंपे जा रहे है। आत्मरक्षा अभियान के अंर्तगत किए जा रहे कार्यक्रम का लाभ कितना और किस प्रकार से मिलता है वो तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा पर इतना जरुर है कि यदि यह प्रशिक्षण पूूरी गंभीरता और लगन के साथ शिक्षिकाएं सीख लेती है तो छात्राओं को इसका लाभ जरुर मिल सकता है। परिणाम की चिंता किए बिना विभाग द्वारा तैयारियां की जा रही है।
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