दिन भर चले सांस्कृतिक कार्यक्रम
सीहोर। रविवार को रामानुज मंडल उज्जैन के श्री युवराज स्वामी श्री माधव प्रपन्नाचार्य महाराज के सानिध्य में दोपहर तीन बजे ब्राह्मण समाज की आन, बान और शान भगवान श्री परशुराम जी का भव्य चल समारोह नगर के छावनी स्थित खजांची लाइन सर्व ब्राह्मण समाज धर्मशाला से निकाला जाएगा। चल समारोह नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ बड़ा बाजार स्थित अग्रवाल पंचायत भवन बड़ा बाजार पहुंचेगा। इसके उपरांत महाआरती एवं प्रसादी वितरण के अलावा ब्राह्मण समाज के पार्षद और प्रतिभा सम्मान किया जाएगा। सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष प्रकाश व्यास काका और चल समारोह के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने सभी से इस अवसर पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होने की अपील की है। समाज के मीडिया प्रभारी ने गुरू वशिष्ठ व परशुराम की भांति ब्राह्मणों से सक्षम बनने की अपील की। उन्होंने भगवान परशुराम के चरित्र, त्याग, साहस, शौर्य को जीवन में अपनाने पर बल दिया। राजनीतिक पार्टियों के आगे झुकने और उनकी शर्ते मानने के बजाय ब्राह्मण समुदाय को अपनी एकजुटता का परिचय देकर उन्हें ताकत का एहसास कराना चाहिए। पिता जमदग्नि और माता रेणुका ने तो अपने पांचवें पुत्र का नाम राम ही रखा था, लेकिन तपस्या के बल पर भगवान शिव को प्रसन्ना करके उनके दिव्य अस्त्र परशु प्राप्त करने के कारण वे राम से परशुराम हो गए। परशु प्राप्त किया गया शिव से। शिव संहार के देवता हैं। परशु संहारक है, क्योंकि परशु शस्त्र है। राम प्रतीक हैं विष्णु के। इसलिए एकजुटता का प्रदर्शन करे।
शनिवार तीन दिवस कार्यक्रम के दौरान चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन सुबह नौ बजे से एक बजे तक किया गया। जिसमें समाज के नन्ने-मुन्ने बच्चों ने धरती पर रंगारंग कलरों से लोगों का मनमोह लिया। इसके अलावा यहां पर फैंसी ड्रेस और परशुराम मेले का आयोजन भी किया गया। रविवार को सुबह नौ बजे मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
सीहोर। रविवार को रामानुज मंडल उज्जैन के श्री युवराज स्वामी श्री माधव प्रपन्नाचार्य महाराज के सानिध्य में दोपहर तीन बजे ब्राह्मण समाज की आन, बान और शान भगवान श्री परशुराम जी का भव्य चल समारोह नगर के छावनी स्थित खजांची लाइन सर्व ब्राह्मण समाज धर्मशाला से निकाला जाएगा। चल समारोह नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ बड़ा बाजार स्थित अग्रवाल पंचायत भवन बड़ा बाजार पहुंचेगा। इसके उपरांत महाआरती एवं प्रसादी वितरण के अलावा ब्राह्मण समाज के पार्षद और प्रतिभा सम्मान किया जाएगा। सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष प्रकाश व्यास काका और चल समारोह के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने सभी से इस अवसर पर अनिवार्य रूप से उपस्थित होने की अपील की है। समाज के मीडिया प्रभारी ने गुरू वशिष्ठ व परशुराम की भांति ब्राह्मणों से सक्षम बनने की अपील की। उन्होंने भगवान परशुराम के चरित्र, त्याग, साहस, शौर्य को जीवन में अपनाने पर बल दिया। राजनीतिक पार्टियों के आगे झुकने और उनकी शर्ते मानने के बजाय ब्राह्मण समुदाय को अपनी एकजुटता का परिचय देकर उन्हें ताकत का एहसास कराना चाहिए। पिता जमदग्नि और माता रेणुका ने तो अपने पांचवें पुत्र का नाम राम ही रखा था, लेकिन तपस्या के बल पर भगवान शिव को प्रसन्ना करके उनके दिव्य अस्त्र परशु प्राप्त करने के कारण वे राम से परशुराम हो गए। परशु प्राप्त किया गया शिव से। शिव संहार के देवता हैं। परशु संहारक है, क्योंकि परशु शस्त्र है। राम प्रतीक हैं विष्णु के। इसलिए एकजुटता का प्रदर्शन करे।
शनिवार तीन दिवस कार्यक्रम के दौरान चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन सुबह नौ बजे से एक बजे तक किया गया। जिसमें समाज के नन्ने-मुन्ने बच्चों ने धरती पर रंगारंग कलरों से लोगों का मनमोह लिया। इसके अलावा यहां पर फैंसी ड्रेस और परशुराम मेले का आयोजन भी किया गया। रविवार को सुबह नौ बजे मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
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