सीहोर शुक्रवार को सारी रात जब लोग दीपावली का त्यौहार मनाने में व्यस्त थे ऐसे में कई ऐसे भी लोग थे जो पूजा के साथ-साथ कर्म पूजा को महत्व प्रदान करते हुए लोगों की मदद भी कर रहे थे। शुक्रवार को दीपावली पर्व जहां सारे जिले में उत्साह भरे माहौल में मनाया गया वहीं कई लोगों ने पूजा के साथ कर्म की भी पूजा को महत्व प्रदान करते हुए कर्तव्य स्थल पर मौजूद रहे पुलिस कंट्रोल रुम पर अपने कार्य पर तैनात 45 वर्षीय प्रेम नारायण कीर ने बताया कि उनकी डयूटी रात आठ बजे से थी इसलिए उन्होंने पूजा पहले कर ली पटाखे बच्चे जला रहे है, परिवार के सदस्यों को पहले ऐसा लगता था पर अब उनकी आदत में शुमार हो गया है वो भी कुछ नहीं कहते है। कोतवाली में पदस्थ आरक्षक करण सिंह मालवीय ने बताया कि उसकी ड्यूटी रात नौ बजे से थी इसलिए पूजा को पहले ही कर लिया है हमारे लिए यह पूजा भी जरुरी है ताकि किसी को कोई परेशानी न हो, बच्चे जिद जरुर कर रहे थे पर हमारे पास कोई विकल्प भी नहीं था। स्थानीय डाकघर के सामने ऐक्सिस बैंक के एटीएम गार्ड के रुप में पदस्थ 25 वर्षीय जीवन लाल का कहना था कि मैं नहीं आता तो किसी ने किसी को तो आना ही पड़ता, काम चुना है तो करना ही पड़ेगा अब दीवाली की रात हो या कोई दूसरी रात। अस्पताल में रात्रि कालीन डियूटी कर रहे डॉ.भरत आर्य का कहना था कि हमारे यहां वैसे भी दूसरे दिन उपकरणों की पूजा होती है यह काम जरुरी है इसलिए इसे किया जा रहा है।
डाक विभाग में रोष
पहले रक्षाबंधन और अब दीवाली का अवकाश चले जाने पर डाक विभाग के कर्मचारियों में नाराजगी का भाव दीवाली के दिन देखा गया। सिक्कों की बिक्री के कारण शुक्रवार को डाकघर खुले रखने की घोषणा की गई थी जिससे इनमें नाराजी देखी गई इस दिन यहां पर 22 सिक्के बिके।
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