सीहोर शासन की मंशानुरूप शासकीय विद्यालयों के अध्यनरत कक्षा एक से 12 वीं तक अध्यनरत विद्यार्थिर्यो का नेत्र परिक्षण शाला स्तर पर होने के बाद स्वाथ्य केन्द्र पर किया गया। दृष्टि दोष होने वाले विद्यार्थियों को चश्मों का वितरण किया गया। शालेय शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से नेत्र परिक्षण के पश्चात रविवार को विद्यार्थियो को चश्मे ं वितरित किए गए। स्वाथ्य विभाग के प्रमुख सचिव एवं शासन की मंशानुरूप शासकीय विद्यालयों के अध्यनरत कक्षा एक से 12 वीं तक अध्यनरत विद्यार्थिर्यो का नेत्र परिक्षण शाला स्तर पर होने के बाद स्वाथ्य केन्द्र पर किया गया। दृष्टि दोष होने वाले विद्यार्थियों को चश्मों का वितरण किया गया। नयरीय क्षेत्र के विद्यार्थियों को शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में एडीएम एस एस बघेल की उपस्थिति में चश्में वितरित किए गए। श्री बघेल ने अपने उदबोधन में कहा कि सभी को अपनी नेत्र ज्योति का विशेष ध्यान रखना चाहिए। साथ ही उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयक को निर्देशित किया कि नेत्र परीक्षण का चार्ट प्रत्येक विद्यालय में अनिवार्य रूप से लगा होना चाहिए। ताकि सुविधानुसार शिक्षक विद्यार्थियों का नेत्र परीक्षण कभी भी कर सके । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एएल मरावी ने भी नेत्र रोग एवं मधुमेह की रोकथाम हेतु उपयोगी जानकारी दी। जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र शर्मा ने इस अवसर पर नेत्र परीक्षण कार्यक्र म की विस्तृत जानकारी दी। जिला अंधत्व निवारण समिति के डा. उमेश श्रीवास्तव ने भी नेत्र रोगों के बचाव के बारे में विस्तार से बताया। चश्मों का वितरण अंधत्व विभाग समिति के सौजन्य से कराया गया। संचालन जिला समन्वयक जूनियर रेडक्रास शैलेन्द्र सिंह चन्देल तथा आभार डीपीसी मीना रावत ने किया। कार्यक्रम में शाला प्रभारी प्राचार्य श्रीमती ज्योत्सना शर्मा, डा. हेमलता राठौर, नुसरत खां, डीके राय, गणेश शर्मा, रामवृक्ष भारद्वाज उपस्थित रहे।
0 comments:
Post a Comment