समीर लाल समीर कनाडा |
नीला रंग मोहे लगाई दे !!
नीला लगाइ दे तू पीला लगाइ दे
फागुन के रंग हैं हजार
नीला रंग मोहे लगाई दे
रंग लगा दे, गुलाल लगा दे,
गालों पे मेरे तू लाल लगा दे..
भर पिचकारी से मार,
नीला रंग मोहे लगाई दे!!
चढ़ गया फागुनी बुखार,
नीला रंग मोहे लगाई दे!!
सासु लगावें, ससुर जी लगावें,
नन्दों के संग में, देवर जी लगावें..
साजन का करुँ इन्तजार,
नीला रंग मोहे लगाई दे!!
चढ़ गयो फागुनी बुखार,
नीला रंग मोहे लगाई दे
गुझिया भी खाई, सलोनी भी खाई
भंगिया मिला कर, पकोड़ी भी खाई..
भंगिया का छाया है खुमार..
नीला रंग मोहे लगाई दे!!
चढ़ गयो फागुनी बुखार,
नीला रंग मोहे लगाई दे!!
हिन्दु लगावें, मुसलमां लगावें,
मजहब सभी, इक ही रंग लगावें..
मुझको है इन्सां से प्यार..
नीला रंग मोहे लगाई दे
चढ़ गयो फागुनी बुखार,
नीला रंग मोहे लगाई दे
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