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Friday, August 26, 2011

पंकज सुबीर को शब्द साधना जनप्रिय सम्मान



शीर्ष साहित्यकारों की उपस्थिति में सीताराम येचुरी प्रदान करेंगे सम्मान

सीहोर जे सी जोशी स्मृति साहित्य सम्मान के तहत इंडिपेंडेंट मीडिया इनिशिएटिव सोसायटी द्वारा दिया जाने वाला चौथा शब्द साधक जनप्रिय सम्मान नई दिल्ली में देश के दिग्ग्ज साहित्यकारों की उपस्थिति में सीहोर के कथाकार पंकज सुबीर को उनके उपन्यास ये वो सहर तो नहीं के लिये प्रदान किया जायेगा । ये उपन्यास भारतीय ज्ञानपीठ से पिछले साल प्रकाशित हुआ है । इस उपन्यास के लिये पंकज सुबीर को भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उस वर्ष का युवा पुरस्कार भी दिया ्रया था । यह उपन्यास देश भर में काफी चर्चित रहा है तथा एक वर्ष के अंदर ही भारतीय ज्ञानपीठ को इसका दूसरा संस्करण प्रकाशित करना पड़ा है । एक वर्ष में इस उपन्यास को देश का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण साहित्यिक पुरस्कार प्राप्त हुआ है । शब्द साधना जनप्रिय सम्मान के तहत पंकज सुबीर को 21 हजार रुपये सम्मान राशि, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र दिया जाये्रा । इस अवसर पर चौथा शब्द साधक शिखर सम्मान हिन्दी के प्रख्यात कथाकार और हंस के संपादक श्री राजेन्द्र यादव को दिया जायेगा। ये सम्मान 27 अगस्त को दिल्ी के हिन्दी भवन में सायं पांच बजे आयोजित होने वाले वार्षिक आयोजन पाखी महोत्सव में दिये जाएंगे । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे वरिष्ठ वामपंथी राजनेता श्री सीताराम येचुरी, कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे देश के शीर्ष साहित्यकार तथा आलोचक डॉ. नामवर सिंह । विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ कवि श्री अशोक बाजपेयी, तथा वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. निर्मला जैन उपस्थित रहेंगे । कार्यक्रम का संचालन गीतकार डॉ. कुमार विश्वास करेंगे उल्लेखनीय है कि इंडिपेंडेंट मीडिया इनिशिएटिव सोसायटी पिछले दस साल से हिन्दी साहित्य का प्रकाशन तथा अन्य सामाजिक गतिविधियां कर रही है । जिसमें दस साल से लगातार हिन्दी साप्ताहिक अखबार दि संडे पोस्ट के प्रकाशन के अलावा तीन साल से हिन्दी पत्रिका पाखी का भी प्रकाशन कर रही है । पाखी पत्रिका के नाम से ही हर वर्ष पाखी महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें देश के एक शीर्ष साहित्यकार तथा एक युवा साहित्यकार को सम्मानित किया जाता है । इसके अलावा सोसायटी ने कई जाने माने लेखकों की पुस्तकें भी प्रकाशित की हैं ।



Monday, August 8, 2011

कला प्रदर्शन देख निगाहें गई ठहर

हथेली पर सजे भगवान श्रीनाथजी एवं श्री गणेश
सीहोर। जिले के पहले आडियो विजुअल ब्ल्यू बर्ड स्कूल द्वारा शहर की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद़्ेश्य से आयोजित मेहंदी प्रतियोगिता में कला प्रदर्शन देखकर लोगों की निगाहें ठहर गई। प्रतियोगियों की संख्या और प्रतिभा प्रदर्शन को देखते हुए प्रतियोगिताओं को तीन वर्ग में विभाजित किया जाकर पुरस्कार की संख्या दस से बढ़ाकर बाइस करनी पड़ी। मेहंदी प्रतियोगिता में हथेली पर बनाए गए भगवान श्रीनाथजी, श्री गणेश जी, श्री कृष्ण के रुप को देखकर लोग मोहित हो उठे।
ब्ल्यू बर्ड स्कूल के सभागार में आयोजित की गई इस प्रतियोगिता में कुल अस्सी प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसको देखते हुए प्रतियोगिता को तीन वर्ग में विभाजित किया गया। 13 से 15 आयु वर्ग में 22 प्रतियोगियों में से पहले पांच स्थान पर गरिमा राजपूत, दीप्ति जोशी, निमिषा भारद्वाज, प्रज्ञा सिलोरिया, शानू सेन रही। 16 से 20 वर्ष आयु वर्ग में 37 प्रतियोगियों ने भाग लिया जिसमें प्रथम दस स्थान पर नुपूर सिंह, शीतल जैन, आफरीन खान, जानकी राठौर, साक्षी सोमानी, पुनीता बाहेती, आरती आर्य, शिल्पी सोनी, ज्योति विश्वकर्मा, अमीता दुबे तथा 21 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 21 प्रतियोगियों ने भाग लिया जिसमें से प्रथम सात स्थानों पर प्रीति राठौर, श्वेता सोनी, शालिनी माहेश्वरी, रूपाली बियाणी, नीलम सोडानी, अंजना बियाणी तथा रफत परवीन रही। पहले प्रतियोगिता में दस पुरस्कारों की घोषणा की गई थी पर जिस प्रकार से प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए भारतीय संस्कृति के प्रति अपना लगाव प्रकट किया उससे पुरस्कार बढ़ाकर बाइस कर दिए गए।
दिखा धर्मनिरपेक्षता का वातावरण
श्रावण मास में भाई बहन के पवित्र त्यौहार के उपलक्ष्य में आयोजित इस प्रतियोगिता में धर्म निरपेक्षता का उदाहरण भी देखने को मिला। मुस्लिम बहनों ने मेहंदी प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ मेहंदी लगाकर पुरस्कार भी जीते। मुस्लिम बहनें भी मेहंदी लगवाने में आगे रही।
बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
शहर के बच्चे किसी से कम नहीं है कि तर्ज पर बच्चों ने भी शानदार मेहंदी लगाकर बड़ों को चौंका दिया। तेरह से पन्द्रह वर्ष के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने भाग लेकर कला का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के अलावा महेंदी लगवाने के लिए पधारी महिलाओं एवं युवतियों ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से त्यौहार का आनंद दोगुना हो जाता है खास तौर से उस समय जब सभी समाज के लोग उसमें भागीदारी कर रहे हो। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभी के प्रति आभार चेयरमेन बसंत दासवानी ने व्यक्त किया।