राजेश मेवाड़ा ब्रिजिशनगर
ग्रामवासियों ने बिजली विभाग के साथ दो-दो हाथ करने के लिए कमर कस ली है। ग्राम पंचायत ने एक अहम फैसला लिया है, कि कोई भी ग्रामीण बिजली का बिल नहीं भरेगा, यदि ग्रामीण बिल भरता है तो उसे एक हजार रुपए का जुर्माना पंचायत को देना होगा। लगातार कटौती के चलते ग्रामीणों के सब्र का बांध अब टूट चुका है ग्रामीणों ने कई बार लिखित शिकायत बिजली विभाग को की है परंतु अघोषित बिजली कटौती बंद नही हुई है जिससे परेशान होकर ग्रामीणों ने पंचायत से इस विषय मे रास्ता निकालने को कहा । बताया जाता है कि सरपंच राम सिंह वर्मा ने चौकीदार से ग्राम में डोंडी पिटवाई कि जब तक बिजली विभाग हमारी बात नहीं मानता तब तक कोई बिल जमा न करें, अगर कोई ग्रामीण इस फैसले का पालन नहीं करता उसे एक हजार रुपए का जुर्माना भरना पडेगा।ब्रिजिशनगर की आबादी लगभग पांच से आठ हजार के बीच है इसके आसपास के15 गांवों से आदिवासी छात्र यहां अध्ययन के लिए भी आते ह पर बिजली की समस्या के चलते इनको अध्ययन में परेशानी होती है। इसी तरह आटा चक्की वाले पिसाई का काम नहीं कर पाते है और किसान अपनी सिंचाई नहीं कर पा रहे है इसी के चलते यह निर्णय लिया गया है जिसका ग्रामीणों ने स्वागत किया है।
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