सीहोर,किसी अन्य की जमीन को अपनी जमीन बताकर डेढ़ लाख रुपए हड़पने का मामला प्रकाश में आने पर पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध कायम कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार दोराहा थानार्न्तगत ग्राम बैरागढ़ खुमान निवासी मनीष मेवाड़ा, दिलीप मेवाड़ा, धनकुंवर, नाना भाई गोस्वामी, बने सिंह ने 24 नवम्बर 2008 को एक अनुबंध पत्र के माध्यम से सन शाइन कालोनी ईदगाह हिल्स भोपाल निवासी को मुजाहिदउद्दीन आत्मज अब्दुल नासिर को बेचने का सौदा किया। पुलिस के अनुसार इन लोगों ने अनुबंध पत्र पर अपने फोटो लगाकर करीब डेढ़ लाख रुपए की राशि का बयाना भी प्राप्त किया। निश्चित तारीख पर इस जमीन की रजिस्ट्री कराना भी तय किया गया पर समय नजदीक आने पर इन लोगों ने रजिस्ट्री कराने में आनाकानी करना शुरू कर दी, जिस पर से जमीन खरीददार द्वारा अपने स्तर पर मालूमआत की गई तो पता चला कि वह जमीन तो किसी और की है। पहले अपने स्तर पर पैसे निकालने के प्रयास किए गए पर बाद में पुलिस को शिकायत की गई जिसके आधार पर पुलिस ने इन सभी के खिलाफ भादवि की धारा 419, 420,467, 468, 471, 120 बी के अंर्तगत प्रकरण कायम कर जांच कार्य शुरु कर दिया है। यह धोखाधड़ी का मामला क्षेत्र में जनचचर्चा का विषय बना हुआ है।
पहले भी की है ऐसी ही धोखाधड़ी
किसी दूसरे की जमीन को अपनी बताकर उससे बयाना लेने का आरोपियों के लिए यह कोई पहला मामला नहीं है। पुलिस के अनुसार ईदगाह हिल्स भोपाल के मुजाहिदउद्दीन के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों में से प्रमुख आरोपी मनीष मेवाड़ा द्वारा वर्ष 2008 में भी इसी प्रकार की धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया जा चुका है। उस समय भी उसने किसी दूसरे की जमीन को अपनी बताकर बेच दी थी।
पहले भी की है ऐसी ही धोखाधड़ी
किसी दूसरे की जमीन को अपनी बताकर उससे बयाना लेने का आरोपियों के लिए यह कोई पहला मामला नहीं है। पुलिस के अनुसार ईदगाह हिल्स भोपाल के मुजाहिदउद्दीन के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों में से प्रमुख आरोपी मनीष मेवाड़ा द्वारा वर्ष 2008 में भी इसी प्रकार की धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया जा चुका है। उस समय भी उसने किसी दूसरे की जमीन को अपनी बताकर बेच दी थी।
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