सीहोर, भोपाल-इन्दौर हाइवे पर गुरुवार को तेज रफ्तार से जा रही र्स्कापियों द्वारा मारी गई टक्कर से सड़क पार कर रही एक बारह वर्षीय बालिका की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्काजाम कर विरोध प्रकट किया सड़क के बीचों बीच डिवाइडर बना दिए जाने के बाद भी भोपाल-इन्दौर हाइवे पर सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे है,इसी श्रृंखला में आज तेज रफ्तार से जा रही र्स्कापियों के चालक ने सड़क पार कर रही बालिका को रौंद दिया जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने प्रकरण कायम कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार जावर के समीप सेमलीबाड़ी जोड़ पर आज उपरोक्त हादसा उस समय हुआ जब 12 वर्षीय बालिका शीतल आत्मजा धीरजसिंह नाथ कालबेलिया सड़क पार कर रही थी तभी भोपाल से इंदौर की ओर जा रही सफेद रंग की र्स्कापियों के चालक लापरवाही पूर्वक तेज वाहन चलाते हुए उसे रौंद कर आगे की तरफ निकल गया यहां खड़े ग्रामीणों के तो होश उड़ गए। जब तक यह लोग बालिका को उठाते तब तक उसने दम तोड़ दिया था, बालिका की इस स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों में आक्रोश का वातावरण बन गया और देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग यहां पर पहुंच गए और उन्होंने चक्काजाम कर दिया जिससे यहां पर वाहनों की कतारे लगना शुरू हो गई जैसे ही दुर्घटना और चक्का जाम की जानकारी जावर पुलिस को मिली वैसे ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत कर समझाया तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए आष्टा ले गए जहां पर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा। जावर पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ भादवि की धारा 304ए के अर्न्तगत प्रकरण पंजीबृद्ध कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। ग्राम सेमली बाड़ी में इस दर्दनाक हादसे से शोक का वातावरण बन गया। मामा के घर आई थीआज सड़क हादसे में बालिका के मृत हो जाने के बाद ग्राम सेमरीबाड़ी में शोक का वातावरण बन गया। बताया जाता है कि सीहोर की इन्द्रा कालोनी के समीप रहने वाली बालिका दो दिन पहले ही अपने मामा के घर पर घूमने के लिए आई थी पर न तो उसके माता-पिता और न ही उसके मामा-मामी को इस बात का आभास था कि उसे काल उनके हाथों से यूं खींच ले जाएगा। इधर कई ग्रामीण हाइवे पर चक्का जाम कर रहे थे तो कुछ ग्रामीण अपने निजी वाहनों से स्कार्पियों का पीछा करने के लिए निकल गए जब पुलिस को इस बात की जानकारी लगी तो वो भी अपने वाहन से स्कार्पियों के पीछे लग गई काफी दूर जाने के बाद भी ग्रामीणों तथा पुलिस को निराशा ही हाथ लगी,वाहन उनके हाथ नहीं आ सका। समझा जाता है कि चालक ने वाहन कहीं छुपा दिया था।
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