गुरूवार को फैसले की घड़ी का समय जैसे-जैसे नजदीक आने लगा वैसे-वैसे लोग अपने घरों में कैद होते चले गए,जिन दुकानों को बंद कराने में लोगों के पसीने छूट जाते है वे दुकानें दोपहर बाद खुद-ब-खुद की बंद होती नजर आ रही थी कुछ ही देर में सारा बाजार बंद हो गया। निर्णय आने के बाद शांति कायम रही। पहले चौबीस फिर 30 तारीख का इंतजार लोगों के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन के सब्र की भी परीक्षा लेता दिखाई दिया। गुरूवार की सुबह से लोगों के दिलो दिमाग पर चिंता का वातावरण बना हुआ था, हमेशा की भांति सबसे ज्यादा परेशानी का सामना स्कूल के विद्यार्थियों को करना पड़ा। स्कूलों के बारे में दिशा निर्देश देर से जारी किए जिसमें कहा गया था, गुरूवार की दोपहर बारह बजे तक स्कूल खुले रहेंगे तथा एक अक्टूबर को सभी स्कूल बंद रहेंगे। गुरूवार को खुलने वाले सभी स्कूलों में उपस्थिति 25 प्रतिशत से भी कम रही।
सूने रहे बाजार
आज बाजार में सुबह से ही सूना वातावरण बना रहा जिसके कारण चहल पहल नहीं थी सुबह आठ बजे तक खुलने वाली दुकानें देर से खुली पर दस बजे के बाद कुछ दुकानों को छोड़ दिया जाए तो पूरा बाजार खुल गया, लेकिन ग्राहक नदारद थे।
निकला शांति मार्च
शहर में सद्भाव बनाए रखने के लिए यहां पर स्वप्रेरित होकर शांति मार्च निकाला गया। शहर के मुख्य मार्ग से होता हुआ यह मार्च पूरे शहर में घूमा। जिसमें राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा विशेष रूप से शामिल हुए। इस मार्च का विभिन्न स्थानों पर स्वागत भी किया गया तथा लोगों के साथ-साथ पुलिस ने भी इस पहल का स्वागत किया।
दुकानें हो गई बंद
जिस प्रकार से सुबह का माहौल था उससे ऐसा लग नहीं रहा था कि यहां पर बाजार अचानक बंद हो जाएगा। दोपहर डेढ़ बजे बाजार अचानक बिना किसी के आव्हान से बंद होने लगा। देखते-देखते सारा बाजार दोपहर तीन बजे तक पूूरा बंद हो गया। शहर के हर मार्ग की गली सूनी नजर आने लगी।
लोगों को हटाया
बाजार में दुकानें बंद हो जाने के बाद समूह बनाकर एकत्रित हुए लोगों को पुलिस ने हटवा दिया। पुलिस द्वारा छावनी क्षेत्र में खासतौर से सख्ती का प्रदर्शन किया गया। आज सराय क्षेत्र में दुकानें सबसे पहले बंद हो गई थी जबकि कस्बा क्षेत्र में दुकानें शाम तक खुली रही।
सभी ललायित
जैसे ही अदालत के फैसले का समय आया लोग अपने-अपने घरों में कैद होकर टीवी के सामने चिपक गए सभी लोग फैसले को लेकर ललायित नजर आ रहे थे। जिस पर लोगों मेें जिज्ञासा का माहौल बना रहा। निर्णय आने के बाद लोग एक दूसरे को फोन और एसएमएस के माध्यम से जानकारी देने का प्रयास करते रहे।
फिर भ्रमण किया तेज
पुलिस ने आज दिन में कई बार मार्च पास्ट कर लोगों को सावधान किया पर जैसे ही निर्णय आया वैसे ही पुलिस महकमा और भी तेजी के साथ भ्रमण करता रहा। स्थिति पर जिला कलेक्टर संदीप यादव और डीआइजी केके लोहानी तथा जिला पुलिस अधीक्षक दीपिका सूरी सहित अन्य अधिकारी निगाहें रखे हुए थे।
फैसले के बाद की स्थिति
अदालत का फैसला आने के बाद लोगों ने घरों से निकलना प्रारंभ कर दिया यहां पर लोग आपस में चर्चा करते रहे उनके द्वारा शांति रखकर ही अपनी राय देते रहे। कुछ लोगों ने एसएमएस से प्रतिक्रिया देना चाही पर लोगो ने उन्हें भी रोक दिया। पुलिस द्वारा लगातार भ्रमण करने के कारण लोगों में वैसे भी खौफ का वातावरण बना रहा।
कोई ढील नहीं
जिला कलेक्टर संदीप यादव कलेक्टर द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत जारी आदेशों में कोई ढील नहीं दी गई है। श्री यादव ने सुरक्षा इंतजामों को और अधिक तगड़ा कर दिया गया है। जिला दण्डाधिकारी द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत जारी आदेश में यह साफ कर दिया गया है कि आपसी खटास पैदा करने वाली किसी भी हरकत को सख्ती से निपटा जाएगा। किसी को भी यह इजाजत नहीं है कि वह ऐसा कोई कार्य करें जिसके चलते जनाक्रोश भड़कने या लोक शांति भंग होने का अंदेशा बनता हो,उन्होंने बताया कि जिले की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। पुलिस द्वारा गश्त की जा रही है। आज सुबह से ही बस के बंद रहने से यात्री परेशान होते नजर आए,लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
- इक्का-दुक्कें बसों को छोड़ दिया जाए तो सारा दिन बसें बंद रही,स्कूल के आटों वालों ने सुबह से ही अपनी छुट्टी रखी।
- तीन दिन के लिए शराब की दुकानें बंद रखने की घोषणा की जाने के कारण दुकानें सील कर दी गई।
- इन दुकानों को चैक करने के लिए आबकारी विभाग की टीम भी सक्रिय नजर आए।
- दोपहर तक तो लोगों को चाय आसानी के साथ मिलती रही पर बाद में लोगों को चाय पीने के लिए अपने घर पर ही निर्भर रहना पड़ा। निर्णय आने के बाद जरूर एक दो दुकानें खुल गई थीं।
- आज बिजली विभाग द्वारा कटौती का समय बदलकर कटौती की गई। शाम को निर्णय आने के बाद कुछ देर के लिए बिजली गई।
- कृषि उपज मंडी में सुबह नीलामी के लिए केवल पांच ट्राली आर्इं। दोपहर में एक बजे एक ट्राली ओर आई। सब्जी मंडी में सब्जियां नहीं आने से भाव आसमान पर रहे। पांच रुपए किलो बिकने वाली ककड़ी 30-35 रुपए किलो बिकी।
- आज बाजार में सभी दुकानों पर सन्नाटा था, अपवाद स्वरूप मोबाइल रिचार्ज बाउचर की दुकानों पर काफी भीड़ रही।
- प्रशासन ने शुक्रवार को भी स्कूलों का अवकाश घोषित किया है। अब स्कूल सोमवार को ही खुलेंगे।
- पेट्रोल पंपों पर नाम पते लिखकर ही पेट्रोल दिया जा रहा था। पेट्रोल एक से दो लीटर तक ही दिया जा रहा था। बाटल में पेट्रोल देना पूरी तरह प्रतिबंधित रहा।
- दोपहर बारह बजे पुलिस ने एक बार फिर गांधी रोड पर यातायात सही करने के लिए अतिक्रमण हटाया।
- अभी तक दंबग फिल्म के लिए टिकटों की मारामारी चल रही थी, लेकिन आज दर्शकों के अभाव में शो बंद कर दिए गए।
- प्रशासन ने अगले तीन दिन तक टाकीजों के नाइट शो बंद करने की घोषणा की।
- गुरूवार को रात तक शांति बनी रहने पर सभी ने राहत की सांस ली











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