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Monday, February 14, 2011

वे जाते जाते भी दो लोगों को रोशनी दे गए

सीहोर। जीवन भर समाज को मार्गदर्शन देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सेठ भगवान दास अग्रवाल के नेत्रदान से दो लोगों के जीवन में रोशनी फैलेगी। श्री अग्रवाल के परिजनों ने नेत्रदान कर समाज के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
रविवार को सेठ भगवान दास अग्रवाल ने अपने जीवन की अंतिम सांस ली। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा वरिष्ठ समाज सेवी के रुप में श्री अग्रवाल ने शहर में वशिष्ठ पहचान स्थापित की थी। उनका अंतिम संस्कार रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। परिजनों ने संकट की इस घड़ी में भी धेर्य का परिचय देते हुए उनकी इच्छा के अनुरुप नेत्रदान करने का निर्णय लिया। चिकित्सकों ने उनके नेत्र प्राप्त कर भोपाल भेजे जहां पर दो नेत्रहीन लोगों को नेत्र प्रत्यारोपित किए जाएंगे। इस प्रकार श्री अग्रवाल ने जीवन भर समाज की सेवा की और जाते जाते भी उनके नेत्रों से दो परिवारों के जीवन में उजियारा होगा। श्री अग्रवाल सीहोर के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ तथा बसंत भंवर नर्सिंग होम संचालक डा.कैलाश अग्रवाल के पिता थे। विधायक रमेश सक्सेना ने सेठ भगवान दास अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए नेत्रदान कराने के लिए उनके परिवार के प्रति आभार प्रकट किया है।

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