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Saturday, January 5, 2013

पाँच शासकीय मेडिकल कॉलेज खुलेंगे
शिक्षा के व्यवसायीकरण के दौर में प्रतिभाओं की उपेक्षा नहीं : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में पाँच नये शासकीय मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे। शिक्षा के बढ़ते व्यवसायीकरण के दौर में प्रतिभाओं की उपेक्षा नहीं होने दी जायेगी। राज्य सरकार द्वारा उच्च शिक्षा ऋण गारंटी योजना लागू की गयी है। इस योजना में उच्च शिक्षा के लिये ऋण की गारंटी और ब्याज राज्य सरकार द्वारा दिया जायेगा। श्री चौहान आज यहाँ रविन्द्र भवन में राष्ट्रीय युवा सहकारी संस्था के राष्ट्रीय अधिवेशन-सह-प्रदर्शनी 'युवा एक्सपो' का शुभारंभ कर रहे थे।
श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना होना चाहिये। प्रदेश में इस दिशा में प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। शिक्षा के माध्यम से ज्ञान देने के साथ ही रोजगार के लिये कौशल उन्नयन के कार्य किये जा रहे हैं। कौशल उन्नयन मिशन बनाया गया है। नागरिकों में नैतिकता, देशभक्ति, कर्मठता और ईमानदारी के संस्कार के लिये सर्वश्रेष्ठ ज्ञान को प्रसारित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सर्वधर्म समभाव भारत की माटी और उसकी जड़ों में रचा-बसा है। इसी भावना को प्रसारित करने के लिये गीता की शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री जनता का प्रथम सेवक होता है। लोकतंत्र वही है जो जनता के लिये जनता के द्वारा संचालित हो। प्रदेश में इसी भावना के अनुरूप शासन की योजनाएँ बनाने और विकास की परिभाषायें बदलने के प्रयास हो रहे हैं। सरकार के निर्णयों में जनता की भागीदारी तय की गयी है। मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित पंचायतों के माध्यम से जन-भावनाओं के अनुसार योजनाएँ बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला निरंतर जारी है। अब युवा, केश-शिल्पी और किसान पंचायत आदि आयोजित की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि युवा किसी आयु सीमा में बंधे नहीं होते। हर वह व्यक्ति युवा है जिसके पैरों में गति, आँखों में शोले, सीने में आग और जिसके कोश में असंभव शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि जन-कल्याण और विकास के प्रयासों में केवल सरकार के प्रयास पर्याप्त नहीं होते। सरकार की भूमिका प्रेरित और प्रोत्साहित करने की होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में देश और प्रदेश में सर्वाधिक संभावनाएँ हैं। आवश्यकता बुनियादी और आवागमन की सुविधाओं की है। उन्होंने प्रदेश में पर्यटन के महत्व के केन्द्रों का उल्लेख करते हुये कहा कि इस क्षेत्र में सहकारिता के प्रवेश से पर्यटन के विकास को नयी ऊँचाईयाँ मिलेंगी। श्री चौहान ने संस्था द्वारा शुरू किये जा रहे भारत परिक्रमा पोर्टल का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय युवा सहकारी संस्था के अध्यक्ष श्री राजेश पाण्डे ने कहा कि भविष्य का भारत युवाओं का है। एक आंकलन के अनुसार वर्ष 2030 में भारत दुनिया का सबसे युवा देश होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को रचनात्मक दृष्टि देने और आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के लिये सहकारिता के माध्यम से प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का अकेला ऐसा राज्य है जिसमें युवाओं की महत्वाकांक्षाओं और क्षमताओं को अच्छे से समझा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इसी दृष्टिकोण के परिप्रेक्ष्य में सहकारिता के माध्यम से पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर उपलब्ध करवाने के प्रयास संस्था द्वारा शुरू किये जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री मोहन यादव ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से मध्यप्रदेश को देश में नई पहचान मिली है। पर्यटन के क्षेत्र में राज्य सरकार ने नये कीर्तिमान स्थापित किये हैं। जिस प्रकार राज्य सरकार की अनेक विकास की योजनाओं का अन्य राज्य अनुसरण कर रहे हैं, उसी तरह पर्यटन के क्षेत्र में भी राज्य सरकार के प्रयोगों की व्यापक सराहना हुई है। मध्यप्रदेश द्वारा शुरू की गयी एयर टैक्सी सेवा को गुजरात आदि राज्यों ने लागू किया।
प्रारंभ में अतिथियों ने दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री, सांसद श्री धर्मेन्द्र यादव, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री विष्णुदत्त शर्मा, राष्ट्रीय युवा सहकारी संस्था के संचालक मंडल के सदस्य श्री आशीष सूद, श्री संतोष महालिंगम, उत्तर रेलवे के मुख्य अभियंता श्री अश्विनी लोहानी और बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।


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