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Wednesday, November 17, 2010

...और मुँह चिढ़ाती निकल गई ट्रेन


सीहोर लंबे अंतराल के बाद यहां पर टेÑनों के स्टापेज के लिए समाजवादी पार्टी द्वारा आंदोलन का शंखनाद किया गया पर न तो उनके आंदोलन को जनता को समर्थन मिल पाया और न ही अधिकारियों ने उन्हें भीतर प्रवेश करने दिया जिससे रोजना की भांति ट्रेन मुहँ चिढ़ाते हुए निकल गई और लोग हैरान रह गए। जिला मुख्यालय पर टेÑनों का नहीं रुकना लोगों के लिए लंबे समय से परेशानी का सबब बना हुआ है जिसको लेकर लोगों द्वारा लगातार मांग भी की जाती रही है पर इस मामले में कोरे आश्वासन ही मिले है। इसके अलावा विभिन्न राजनीतिज्ञ दलों द्वारा ट्रेन के स्टापेज की मांग को लेकर आंदोलन की धमकी भी दी जाती रही है पर सब कोरे वादे ही साबित होते रहे है।

पर सोमवार को समाजवादी पार्टी की ओर से आंदोलन का शंखनाद किया जाकर ट्रेन स्टापेज कराने का प्रयास किया। पार्टी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष नौशाद खान और उनके साथियों द्वारा शहर के एक-एक दुकानदार के पास जाकर आंदोलन में शरीक होने का आग्रह किया गया था। यहीं नहीं ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से भी पूरे शहर को आंमत्रण दिया गया था उनकी तैयारियों को देखकर ऐसा लग रहा था कि व्यापक जनसमर्थन मिलेगा पर सोमवार को ऐसा कुछ नहीं हो सका।

केवल पार्टी के ही लोग

टेÑन रोको आंदोलन में केवल पार्टी के ही पदाधिकारी कार्यकर्ता मौजूद थे उनसे ज्यादा तो पुलिसबल और अधिकारी वर्ग तथा पत्रकार मौजूद थे। न तो शहर से जनसामान्य ने और न ही अप डाउनर्स द्वारा इस आंदोलन में कोई सहयोग दिया गया।

बाहर ही रोक लिया

पुलिस बल और अधिकारी वर्ग बड़ी संख्या में मौजूद था जिसके कारण समाजवादी पार्टी के लोगों के मुख्य द्वार के पहले ही रोक लिया गया जिससे उनमें निराशा का वातावरण बन गया। कुछ उत्साही कार्यकर्ताओं ने पुलिस और अधिकारियों के घेरे को तोड़ने का प्रयास भी किया पर उसमें वो सफल नहीं हो पाए। विरोध स्वरुप इन्होंने रेल विभाग और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर गुस्से का इजहार किया। सपा पदाधिकारियों को अपर कलेक्टर आरएस बघेल द्वारा समझाने का प्रयास भी किया गया पर वो मनाने के लिए तैयार नहीं थे।

रोजाना की भांति

यहां से रोजाना निकलकर जाने वाली इंटरसिटी ट्रेन आज अपने निर्धारित समय से करीब आधा घंटा देरी से चल रही थी ऐसा माना जा रहा था कि जिस प्रकार के इंतजाम किए गए है उससे उसे औपचारिक रुप से निकलने दिया जाएगा पर ऐसा नहीं हो पाया इधर सपा के लोग अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे उधर रोजाना की भांति वो आज भी मुहँ चिढ़ाती हुई निकल गई लोग और अधिकारी उससे देखते ही रह गए।

ज्ञापन सौंपा

ट्रेन निकल जाने के बाद रेलवे स्टेशन मास्टर विनय सिंह को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि यदि एक माह के भीतर टेÑन का स्टापेज नहीं किया गया तो पुन: आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन सौंपते समय सपा के नौशाद खान,इंदिरा भील, संजय सोनी, माखन गुर्जर, शोहब सलाम, बाबू भाई आदि मौजूद थे। यहां पर अपर कलेक्टर आरएस बघेल, एसडीएम सुभाष द्विवेदी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता, एसडीओपी शिव वर्मा, तहसीलदार यूएम सिद्विकी आदि अधिकारी मौजूद थे। - आज सुबह आठ बजे से ही बड़ी संख्या में पुलिस बल प्लेट फार्म दो पर तैनात किया गया था यहां पर दो व्रज वाहन भी ऐहतियात के तौर पर खड़े किए गए थे।

- सपा के करीब एक दर्जन पदाधिकारी यहां पर मौजूद थे जिन्होंने बाद में झंडे और कैप तथा बैनर भी मंगवा लिए थे। बीच-बीच में यह नारेबाजी भी कर रहे थे।

- कई लोग सपा के लोगों की उपस्थिति कम देखकर हंस रहे थे तो कई लोग उनके इस प्रयास की यहकर प्रशंसा भी कर रहे थे कि किसी ने तो प्रयास किया।

- कानून का पाठ पढ़ाने वाली पुलिस के कई जवान अधिकारियों की ही मौजूदगी में पटरियों से आना जाना कर रहे थे जबकि आम लोगों ने ब्रिज का उपयोग किया।

- सपा के आंदोलन से स्टेशन पर मौजूद हर आम और खास समर्थन में था पर कोई भी उनके साथ खड़ा होने को तैयार नहीं था जिस पर सपा में भी आर्श्चय था।

- ऐसा माना जा रहा था कि ट्रेन को रोकने के लिए सपा के साथ डेली अप डाउनर्स तो जरुर आएंगे पर यहां पर कोई आया ही नहीं आज वो देरी से ही आए।

- स्टेशन पर बड़Þी संख्या में पुलिस बल के साथ महिला पुलिस को तैनात किया गया था पर उनकी जरुरत महसूस नहीं हुई जिस पर उन्होंने राहत की सांस ली।

- स्टेशन मास्टर जब ज्ञापन लेने के लिए आए तो लोगों को लगा कि कोई अधिकारी रतलाम से आया है पर गणवेश में होने के कारण वो पहचान में नहीं आ रहे थे।

- आज पुलिस को पहली बार लोगों की असुविधा की तरफ भी ध्यान गया क्योकि दो नम्बर प्लेट फार्म पर शेड नहीं होने के कारण उन्हें भी धूप में खड़े रहना पड़ा।

- इस पर लोगों की प्रतिक्रिया था कि काश जो अधिकारी छावं भी तरफ खड़े हुए है वे भी यदि इधर खड़े होते तो लोगों को उन्हें भी हमारी परेशानी पता चलती।

- यहां मौजूद अधिकारियों को लोगों ने स्टेशन अधिकारियों की मनमानी की भी जानकारी देते हुए मांग की कि यहां पर फोन सेवा पुन: प्रारंभ कराई जाए। इंटरसिटी एवं अन्य टेÑनों के स्टापेज को लेकर भाजपा विधायक रमेश सक्सेना द्वारा भी प्रयास किए जा रहे है। इसी सिलसिले में पिछले दिनों उनके द्वारा किए गए पत्र व्यवहार पर रेल मंत्रालय द्वारा जानकारी भी मांगी गई है। जानकारी अनुसार टेÑनों के स्टापेज को लेकर उनके द्वारा अशासकीय संकल्प भी विधानसभा पटल पर रखा जा रहा है।

हुई पुनरावृति

आज के सपा आंदोलन में पूर्व भाजपा सासंद सुशीलचन्द्र वर्मा के कार्यालय में किए गए ट्रेन रोको आंदोलन की पुनरावृति हुई। उस समय जब श्री वर्मा ट्रेन के स्टापेज कराने के लिए आंदोलन करने आए थे तब जनता का कोई समर्थन नहीं मिला था जिस पर उन्होंने स्टेशन पर ही नाराजगी जाहिर की थी। अधिकारियों को रवैया सुधारने के निर्देश दिएजिला कलेक्टर संदीप यादव ने सोमवार को आयोजित साप्ताहिक बैठक में उन अधिकारियों की अच्छी खासी खबर ले डाली जो शुक्रवार की शाम गायब होकर सोमवार को प्रकट होते हैं। ऐसे अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि वे अपनी आदत सुधार ले।

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