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Tuesday, November 2, 2010

बारूद से खिलवाड़

सीहोर,जिला मुख्यालय पर  दीपावली पर्व पर जमकर आतिशबाजी होगी, परन्तु यहां पटाखों से संबंधित नियमों की खुलकर अनदेखी हो रही है। दीपावली पर इस बार जिले में करीब पांच करोड़ रूपए की आतिशबाजी फूंकेगी। महंगाई के चलते आतिशबाजी और पटाखों की कीमतों में करीब दस फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। भले ही अभी दिवाली को एक सप्ताह से कम समय है, लेकिन बाजारों में आतिशबाजी की दुकानें सजने लगी हैं। आतिशबाजी के व्यावसायियों के अनुसार, इस बार कानफोड़ पटाखों के बजाय लोग रोशनी और हवाई आइटमों की मांग ज्यादा कर रहे हैं।बताया गया है कि जिले में शिवकाशी से सबसे ज्यादा आतिशबाजी और पटाखे आते है। इसके अलावा कुछ माल भोपाल और इंदौर से भी आता है। शहर में करीब आधा दर्जन होलसेल व्यवसायी हैं, जो दिवाली से करीब दो माह पूर्व ही माल मंगा लेते हैं। बाजारी सूत्रों के अनुसार इस बार बम और धमाकेदार पटाखों की कीमतों में खासी बढ़ोतरी हुई है। चकरी, फुलझड़ी और अनार जैसे रोशनी वाले आइटम के दामों में मामूली बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद भी गली मोहल्लों में भी आतिशबाजी की बिक्री तेजी से जारी है।
पाबंदियां बेअसर
आतिशबाजी विक्रेताओं और उपयोगकर्ताओं के लिए अनेक नियम हैं, लेकिन उनका पालन जिले में होता नहीं दिख रहा है। जैसे पटाखों का ध्वनि स्तर 125 डेसिबल से ज्यादा नहीं होना चाहिए लेकिन अधिक से अधिक आवाज वाले बमों का उपयोग सालों से यहां होता रहा है। आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन रखने होंगे, लेकिन बाल विहार मैदान के पास ऐसा होता नहीं दिख रहा है।   दुकान भीड़भाड़ वाले स्थान से दूर  हो। फुटपाथ पर दुकान नहीं होनी चाहिए लेकिन बाल विहार मैदान में तो ऐसा है लेकिन बाजार में घनी आबादी के बीच में भी अनेक बड़ी दुकानें स्थित है जो थोक में पटाखे बेच रही हैं, इसके अलावा गली मोहल्लों में भी बगैर लायसेंस के अनेक लोग पटाखे बेच रहे हैं। रात को दस बजे बाद तेज आवाज के पटाखे चलाने पर उच्चतम न्यायालय की रोक है, परन्तु प्रशासन कभी भी इस ओर ध्यान नहीं देता न ही इस साल इस बात का प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया गया है।
 नगर में इस साल 12 दुकानें बढ़ी
दीपावली पर्व पर आतिशबाजी का विशेष महत्व होता है, इसलिए अनेक दुकानदार इस पर्व के मद्देनजर दुकानें सजाते है और बाल विहार मैदान पर इस साल भी उन्होंने दुकानें लगाई है, पिछले वर्ष की अपेक्षा आतिशबाजी दुकानों की संख्या बढ़ी है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी दीपक देवगड़े के अनुसार इस साल भी बाल विहार मैदान पर आतिशबाजी विक्रेताओं को नगर पालिका ने जगह उपलब्ध कराई है। इस साल 49 दुकानें लगी हैं। गत वर्ष इनकी संख्या 37 थी। श्री देवगड़े के अनुसार नीलामी के समय नगर पालिका ने दुकानों के लिए लाइनें डाली थी, तब दस व्यवसासियों ने लाइसेंस की बात कही थी, तब दुकानों का आकार छोटा कर नगर पालिका ने आतिशबाजी दुकानों के लिए जगह उपलब्ध कराई है।

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