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Friday, November 12, 2010

बिजली कार्यालय पर जड़ा ताला

 सीहोर,बिजली अव्यवस्था से परेशान ग्रामीणों ने गुरूवार को निकटवर्ती ग्राम थूना कला के सब स्टेशन कार्यालय से कर्मचारियों को बाहर कर वहां ताला जड़ दिया गया। निकटवर्ती ग्राम थूनाकला के बिजली विभाग के सब स्टेशन का गुरुवार की सुबह लगभग एक दर्जन गांव के ग्रामीणों ने घेराव कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने इस कार्यालय में बैठे कर्मचारियों को बाहर कर वहां ताला जड़ दिया। ग्रामीणों का कहना था कि जब बिजली ही नहीं है तो कर्मचारियों का क्या काम है। ग्राम थूनाकला सहित जामली, पाड़ली, पाचामा, डोडी, तज, अमरोद, नयापुरा, अब्दुलापुरा, चोंटी आदि गांव के लोग बड़ी संख्या में गुरुवार की सुबह लगभग 11 बजे थूनाकला के बिजली सब स्टेशन पर पहुंच गए। इन ग्रामीणों ने सब स्टेशन पर कार्य कर रहे दोनों कर्मचारियों को कार्यालय से बाहर निकलने को कह दिया। भीड़ देख कर्मचारी भी कुछ करने की स्थिति में नहीं थे, वह भी चुपचाप कार्यालय से बाहर आ गए। इनके कार्यालय से बाहर आते ही ग्रामीणों ने सब स्टेशन पर ताला जड़ दिया। सैकड़ों की संख्या में मौजूद ग्रामीणों की भीड़ धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थी। यह सभी इस बात से आक्रोशित थे कि उन्हें न दिन और न ही रात बिजली मिल रही है। ग्रामीणों का कहना था कि मध्यरात्रि को तीन बजे से सुबह नौ बजे तक विद्युत प्रवाह का समय निश्चित है, इसी प्रकार शाम को तीन बजे से रात को नौ बजे तक बिजली का समय निर्धारित है लेकिन बिजली कभी भी न तो समय पर उपलब्ध रहती है और न ही उसका समय तय है। जिसके कारण सभी ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि बिजली विभाग की मनमानी का नतीजा है कि ग्रामीणों को 24 घंटे में 4 घंटे ही बिजली मिल रही है। उसका भी समय तय न होने के कारण उपयोग नहीं हो पा रहा है। गत माह भी उन्होंने घेराव प्रदर्शन किया था, उस समय भी अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया था लेकिन सुधार कुछ नहीं हुआ। इसलिए आज कार्यालय की तालाबंदी कर दी गई। उत्तेजित ग्रामीणों ने बिजली विभाग के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रगट किया। सुबह 11 बजे प्रारंभ हुए घटनाक्रम के बाद कोतवाली से पुलिस दोपहर एक बजे पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। स्थिति विकट होती देख जिला मुख्यालय से एसडीएम सुभाष द्विवेदी मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों ेसे चर्चा करते हुए कहा कि तालाबंदी किसी समस्या का हल नहीं है। एसडीएम की समझाइश पर ग्रामीणों का गुस्सा कुछ शांत हुआ और उन्होंने ताला खोल दिया। लेकिन विभाग के प्रति ग्रामीणों की नाराजगी लगातार जारी रही। एसडीएम के दिशा निर्देश पर बिजली अधिकारियों ने बातचीत की जाना तय किया गया। इसी तारतम्य में कार्यपालन यंत्री अशोक श्रीवास्तव और सब स्टेशन के इंजीनियर जुबेर इकबाल ने आक्रोशित ग्रामीणों से बातचीत करते हुए कहा कि बिजली की व्यवस्था ऊपर से ही संचालित हो रही है। हम कुछ करने की स्थिति में नहीं है। इसके बाद इन अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वह उनकी समस्या से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएंगे। इसके लिए इनके द्वारा प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा गया है, जिसमें आठ-आठ घंटे विद्युत प्रवाह जारी रखने का आग्रह किया गया है। इधर शराब के नशे में धुत एक ग्रामीण द्वारा बार-बार डीपी में आग लगाए जाने की बात कही जा रही थी, जिसे कोतवाली पुलिस ने पकड़ लिया। इसके अलावा यह संयोग ही माना जा रहा है कि पिछली बार भी जब थूनाकला सब स्टेशन का घेराव किया गया था, उस दिन भी बारिश हुई थी और आज भी बारिश हुई। बहरहाल, ग्रामीणों के आक्रोश को तो जैसे-तैसे शांत कर लिया गया है। देखना यह है कि बिजली विभाग के आला अधिकारी इस दिशा में क्या कुछ सकारात्मक कदम उठा पाते हैं। आज की स्थिति देखकर यही लग रहा था कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसी दिन बड़ी घटना भी यहां हो सकती है।

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