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Tuesday, November 9, 2010

सोने की र्इंट बेचने वाले दो बदमाश पुलिस के शिकंजे में

आष्टा.ग्रामीण को बच्चे की तबियत खराब होने का बहाना बनाकर सोने की जगह पीतल की ईंट थमाकर जाने वाले दो ग्रामीणो को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। यह दोनों ग्रामीण की सक्रियता से शिकंजे में फंसे। पुलिस ने ग्रामीण के सहयोग से दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरु कर दी है। उनसे अन्य मामलों में भी खुलासा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार इछावर के ग्राम गौराखेड़ी निवासी लखन आत्मज करण सिंह सैंधो के पास लगभग डेढ़ माह पूर्व ग्राम कांकड़खेड़ा निवासी आमीन खां बेलदार तथा ग्राम खजूरिया घेंघी निवासी कम्मू खां बेलदार आए और उससे कहा कि उनके पुत्र की तबियत खराब है। इलाज के लिए पचास हजार रुपए की जरूरत है। इसलिए एक लाख रुपए मूल्य की यह सोने की र्इंटें तुम पचास हजार रुपए में खरीद लो। बताया जाता है कि लखन सैंधो ने उनके पास की र्इंटों को देखा तो उसे भी लगा कि यह असली हैं। उसके द्वारा इस बात की असमर्थता व्यक्त की गई कि पचास हजार रुपए नहीं है। जिस पर दोनों ने उससे यह पूछा कि कितने रूपए हैं, जिस पर लखन सैंधो ने 15 हजार रुपए होने की बात कही। आमीन और कम्मू 15 हजार रुपए में ही यह र्इंट देने को तैयार हो गए। दोनों लखन सैंधों से 15 हजार रुपए लेकर चले गए। इधर जब लखन ने सुनार को यह माल दिखाया तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। उसने इस माल को 150 रुपए में भी खरीदने से इंकार कर दिया। बताया जाता है कि गत दिवस यह लोग लखन सैंधों के हाथ अलीपुर आष्टा में लग गए, जहां दोनों ने पैसे देने से साफ इंकार कर दिया, जिसपर लखन ने आष्टा पुलिस को सूचना दे दी। थाना प्रभारी हनुमंत सिंह और सहायक उपनिरीक्षक आरएस यादव ने इन्हें मौके पर जाकर गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों से पूछताछ की जा रही है।

डेढ़ माह से तलाश रहा था

ग्राम गौराखेड़ी निवासी लखन सैंधों खुद के साथ हुई धोखाधड़ी के बाद से ही दोनों आरोपियों को जगह-जगह तलाश कर रहा था। रविवार को जैसे तैसे उसे एक आरोपी का मोबाइल नंबर मिल गया। जिस पर उसने ग्राहक बनकर इनसे बातचीत की और इसका मुकाम आष्टा के अलीपुर क्षेत्र में तय किया। डेढ़ माह से इनकी तलाश कर रहा लखन सैंधों अपने पास आए मौके को किसी कीमत पर नहीं गंवाना चाहता था और वह उनके बताए स्थान पर जा पहुंचा। दोनों आरोपियों के पैरों से भी जमीन खिसक गई, जब उन्हें अपना पुराना ग्राहक नजर आया, लेकिन दोनों ने आत्मविश्वास का परिचय देते हुए उनसे किसी भी तरह से पैसे लेने से इंकार कर दिया। जिस पर लखन सैंधों ने बिना मौका गंवाए आष्टा पुलिस की मदद ली। आष्टा पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की। यह दोनों किसी अन्य को शिकार बनाते, इससे पहले आष्टा पुलिस ने इन्हें धरदबोचा। दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध भादवि की धारा 420 के अंतर्गत पंजीबद्ध किया गया है।

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