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Thursday, December 2, 2010

200 करोड़ के काम होंगे

 सीहोर,प्रदेश के संस्कृति, स्कूल शिक्षा, जनसम्पर्क, धार्मिक न्यास, धर्मस्व एवं जिला प्रभारी मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की अध्यक्षता में आज जिला योजना समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में दो सौ दो करोड़ रुपए की प्रावधानित जिला योजना का अनुमोदन किया गया। बैठक में जिला प्रभारी मंत्री श्री शर्मा ने विभागीय अधिकारियों से प्रावधानित जिला योजना पर चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने प्रावधानित योजना के तहत अधिकारियों से कहा कि वे योजना में उन सभी मुद्दों को प्रावधानित करें जो जिले के विकास के लिए जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि योजना सुनियोजित और सुविचारित हो जिससे राज्य योजना आयोग में उसे आसानी से मंजूरी मिले। उन्होंने कहा कि योजना में जन प्रतिनिधियों द्वारा बताए गए मुद्दों को पूरी तवज्जो दी जाए और उन्हें आवश्यक रूप से शामिल भी किया जाय।  प्रभारी मंत्री ने शासकीय आवास और कार्यालयों में वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाए जाने के निर्देश दिए और कहा कि वे वाटर हार्वेस्टिंग के तहत सीहोर को आदर्श जिला बनाना चाहते हैं। कृषि विभाग द्वारा प्रावधानित योजना पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि बलराम तालाबों की ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बात पर खास ध्यान दिया जाना चाहिए कि बलराम तालाब के लक्ष्य हर हालत में गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरे हो जाएं। पशु पालन विभाग की योजना पर चर्चा के दौरान उन्होंने इसमें समन्वित प्रयासों को आवश्यक बताया और कहा कि गौशालाओं की ओर प्रमुखता से ध्यान दिए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि भी यह प्रयास करें कि और भी गौशालाएं स्थापित हो और वह ठीक से संचालित भी की जाए।बैठक में आष्टा विधायक रणजीत सिंह गुणवान, भाजपा जिलाध्यक्ष रघुनाथ सिंह भाटी, आष्टा नगरपालिका अध्यक्ष डा. मीना सिंगी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मायाराम गौर सहित अनेक समिति सदस्य मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर संदीप यादव और पुलिस अधीक्षक केडी पाराशर सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। जिला प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों से पिछले वर्ष की कार्य योजना और योजनाओं पर मदवार हुए व्यय की जानकारी हासिल की और निर्देश दिए कि जिन मदों में राशि की कमी महसूस की गई हो, उनमें राशि की जरूरत के मुताबिक बढ़ोत्तरी की जाय जिससे विकास की गति बाधित न हो ओर जनहित के कार्यों को समय रहते आसानी से पूरा किया जा सके। उन्होंने योजनाओं के प्रचार प्रसार को जरूरी बताते हुए कहा कि सामान्य नागरिक को यह ज्ञान हो जाना चाहिए कि सरकार ने उनकी भलाई के लिए कौन कौन से निर्णय लिए हैं और क्या योजना बनाई है।

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