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Tuesday, December 21, 2010

अध्यक्ष पर खर्च का अंकुश, पार्षद पर नहीं नियंत्रण

 सीहोर.नगर पालिका सीहोर और नगर पंचायत शाहगंज के चुनाव के लिए प्रशासन के साथ-साथ प्रत्याशियों ने भी अपनी कमर कस ली है। इन चुनावों में खर्च करने का बंधन केवल अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों पर रखा गया है पर पार्षद के प्रत्याशी इन बंधनों से मुक्त रहेंगे।  प्रशासन जहां सारे कार्य को गंभीरता के साथ अंजाम देने में जुटा हुआ नजर आ रहा है वहीं प्रत्याशियों द्वारा अपने राजनैतिक आकाओं को प्रसन्न करने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। टिकट के लिए यह सभी तरह के प्रयास करने की दिशा में अग्रसर नजर आ रहे है। अध्यक्ष की टिकट के लिए राजधानी में दौड़ लगाई जा रही है तो पार्षद के लिए स्थानीय नेताओं के द्वार पर दस्तक दी जा रही है। पार्षद के टिकट के लिए तो भोज की राजनीति प्रारंभ हो चुकी है। रोजाना एक दर्जन से भी अधिक भोज का आयोजन हो रहा है। सभी संभावित दावेदार अपनी ओर से कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहते है। कड़ाके की सर्दी में भी राजनैतिक माहौल हर तरफ गर्म दिखाई दे रहा है। संभावित प्रत्याशियों को दो तरफ ध्यान रखकर कार्य करना पड़ रहा है एक तो टिकट मिल जाए दूसरा कोई अन्य दावेदार भी न रुठ जाए, बहरहाल अभी तक भाजपा ने ही 35 वार्ड में से 16 नामों पर अंतिम मोहर लगाई है पर सभी का मानना है कि नाम वापस की अंतिम तारीख तक ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। बहरहाल अभी तो सभी जुटे हुए है पर अध्यक्ष पद के लिए मैदान पर उतरने वाले प्रत्याशियों को अपने प्रचार प्रसार के खर्च का हिसाब किताब विधानसभा के प्रत्याशियों की तरह देना होगा। बताया जाता है कि नपा अध्यक्ष पद के दावेदार को निर्वाचन आयोग द्वारा एक लाख रुपए खर्च करने की अनुमति प्रदान की गई है। उन्हें एक लाख रुपए तक का खर्च कर अपना हिसाब समय अवधि के भीतर देना होगा। जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार प्रत्याशी को चुनाव पर खर्च करने के लिए पच्चीस हजार रुपए अधिकृत किए गए है। उन्हें पच्चीस हजार रुपए तक का खर्चा कर अपना हिसाब किताब जमा कराना होगा। उपनिर्वाचन अधिकारी गिरीश शर्मा ने इस संवाददाता को बताया कि खर्च का आधार वर्ष 1995 की जनगणना को बनाया गया है जनगणना के अनुसार ही अध्यक्ष के लिए खर्च की राशि निर्धारित की गई है। श्री शर्मा ने बताया कि 50 हजार से 1 लाख की आबादी वाले क्षेत्र के नपाध्यक्ष को एक लाख रुपए खर्च करने की इजाजत आयोग द्वारा दी गई है। 50 हजार मतदाता वाली नगर पालिका के अध्यक्ष को 50 हजार रुपए खर्च करने की पात्रता है।  इस तरह सीहोर के लिए अध्यक्ष पद का प्रत्याशी एक लाख रुपए खर्च कर सकेगा।  नगर पालिका और नगर पंचायत के लिए पार्षद का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों पर न तो खर्च करने पर कोई नियंत्रण रहेगा और न ही किसी प्रकार का हिसाब किताब देना होगा। इन्हें पिछले चुनाव की भांति ही बेहिसाब खर्च करने की इजाजत रहेगा यह किसी भी दवाब से मुक्त रहेंगे ।

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