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Saturday, December 18, 2010

पांच माह से स्कूल बंद

 दिनेश नागर,  इछावर
एक तरफ शासन स्कूल चलो अभियान की हिमायत कर रहा है वहीं दूसरी तरफ पांच माह से स्कूल बंद होने का मामला प्रकाश में आया है।विकासखंड मुख्यालय से बीस किलोमीटर की दूरी स्थित आदिवासी ग्राम डूंडलावा में पांच माह से प्राथमिक विद्यालय का ताला नहीं खुला है। जिससे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वहीं अभिभावक भी हैरान परेशान है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल में 160 विद्यार्थी हैं और दो शिक्षक तथा एक अतिथि शिक्षक इस स्कूल में पदस्थ हैं। फिर भी 15 अगस्त से आज तक स्कूल का ताला नहीं खुला है। बच्चे स्कूल आते हंै और स्कूल के मुख्यद्वार पर ताला लगा देख वापस लौट जाते हैं और फिर आंगनवाड़ी में बैठकर भोजन करते हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अनीता कर्मा ने बताया कि 15 अगस्त के बाद से ही स्कूल बंद देखकर बच्चे आंगनबाड़ी में आ जाते हैं। उन्हें यहीं पर बैठाकर पढ़ाती हूं और मध्यान्ह भोजन भी कराया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पदस्थ दोनों शिक्षक स्कूल का ताला तक नहीं खोलते हैं। एक ओर जहां शिक्षा विभाग अनिवार्य शिक्षा कानून लागू करने में लगा हुआ है। वहीं पर उन्हीं के अधीनस्थ कर्मचारी कानून का खुलेआम उल्लघंन कर रहे हैं, जिस ओर विभाग का ध्यान नहीं है। छात्रा ज्योति कर्मा ने बताया कि हम लोग रोजाना स्कूल आते हैं, लेकिन पिछले पांच से स्कूल का ताला नहीं खुल रहा है, इसलिए पास में स्थित आंगनवाड़ी में बैठ जाते हैं, यहां हमे मध्यान्ह भोजन मिल जाता है। इस मामले की जानकारी अनेक बार ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी है, लेकिन आज तक इस पर किसी प्रकार भी प्रकार से कोई कार्रवाई नहीं होना आश्चर्य का विषय बना हुआ है। विद्यालय के संकुल शिक्षकों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि हमारे द्वारा कई बार इस समस्या को लेकर विभाग के आला अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है पर वो जानकार भी अनजान बने हुए है जिससे बच्चों को अनावश्क रुप से नुकसान हो रहा है।
आजादी पर्व तो मना था...
इछावर के ग्राम आदिवासी ग्राम डूंडालावा की प्राथमिक शाला में आजादी का पर्व 15 अगस्त को मनाया गया था। इसकी पुष्टि करते हुए छात्र अनिल कर्मा ने बताया कि 15 अगस्त को झंडा फहराने के बाद से आज तक कोई शिक्षक स्कूल नहीं आया है उनके न आने के कारण स्कूल के ताले भी नहीं खुले है। स्कूल के ताले बंद होने के कारण सभी अभिभावक परेशान है। बताया जाता है कि आदिवासियों का एक प्रतिनिधि मंडल इस समस्या को लेकर राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को भी ज्ञापन सौंपने की तैयारियां कर कार्रवाई की मांग कर रहा है।
 मुझे स्कूल बंद होने की जानकारी नहीं मिली है मैं पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करुंगा।
-जीके माथुर
बीआरसी इछावर

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