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Friday, December 21, 2012

उत्कृष्ट कार्यों के लिये मिलेंगे त्रि-स्तरीय पंचायत राज संस्थाओं को पुरस्कार
31 दिसम्बर से पहले भेजना होंगे आवेदन

 
राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस 24 अप्रैल, 2013 को नई दिल्ली में समारोह में चयनित त्रि-स्तरीय पंचायत राज संस्थाओं को पंचायत सशक्तिकरण और जवाबदेही के उत्कृष्ट कार्यों के लिये पुरस्कृत किया जायेगा। इस उद्देश्य से मध्यप्रदेश पंचायत राज संचालनालय द्वारा राज्य की सभी त्रि-स्तरीय पंचायत राज संस्थाओं से निर्धारित प्रपत्र में आवेदन-पत्र भेजने को कहा गया है। आवेदन-पत्र में दर्शाये उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर चयनित ग्राम-पंचायत, जनपद-पंचायत और जिला-पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा। राज्य-स्तर पर प्राप्त आवेदनों को 31 दिसम्बर, 2012 को केन्द्र सरकार की ओर भेज दिया जाएगा।
पंचायतों का सशक्तिकरण एवं जवाबदेही प्रोत्साहन पुरस्कार योजना वर्ष 2012-13 में श्रेष्ठतम उपलब्धियों के मूल्यांकन के आधार पर मध्य प्रदेश से चयनित दो जिला पंचायत को 20-20 लाख रुपये, दो जनपद पंचायत को 10-10 लाख और 12 ग्राम-पंचायत को 5-5 लाख रुपये का पुरस्कार 24 अप्रैल, 2013 को नई दिल्ली में समारोह में दिया जायेगा।
राष्ट्रीय पुरस्कार के लिये चयनित त्रि-स्तरीय पंचायत राज संस्थाओं के चयन में उनके क्षेत्र में ग्राम सभा की बैठकों का नियमित आयोजन, इन बैठकों में हुए फैसलों का मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन, ग्राम-सभाओं में महिलाओं की भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसी तरह हितग्राहीमूलक और सामुदायिक योजनाओं के बेहतर अमल में मिली सफलताओं, पंचायतों के आय स्रोतों में बढ़ोत्तरी के प्रयास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, विद्युत व्यवस्था, स्वच्छता, आँगनवाड़ियों की व्यवस्था तथा महिलाओं के उत्थान के मुद्दों को प्रमुखता दी जाएगी। राष्ट्रीय पुरस्कारों के चयन में लिंगानुपात की समानता तथा सूचना के अधिकार के बारे में त्रि-स्तरीय पंचायत राज संस्थाओं में हुए कार्य भी मुख्य आधार होंगे।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में पंचायत राज व्यवस्था के सुचारु क्रियान्वयन के जरिये त्रि-स्तरीय पंचायत राज संस्थाएँ सशक्त होकर विकास कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। अधिकांश पंचायत राज संस्थाएँ जवाबदेही के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हैं। यही वजह है कि प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में तरक्की की तेज रफ्तार से आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक परिवर्तन भी देखा जा सकता है।
इस वर्ष 24 अप्रैल, 2012 को नई दिल्ली में धार जिले की आदिवासी बहुल तिलगारा ग्राम-पंचायत की सरपंच श्रीमती जामबाई मुनिया को राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा सम्मान के रूप में प्रशस्ति-पत्र और 5 लाख की पुरस्कार राशि प्रदान की गई थी। इसके अलावा धार और सीहोर जिला पंचायत तथा हरदा और शाहपुर (बैतूल) जनपद पंचायत और राज्य की श्रेष्ठ 14 ग्राम-पंचायत को ग्राम विकास के दायित्वों के श्रेष्ठतम निर्वहन के लिए पुरस्कृत किया गया था।


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