सीहोर रविवार को परिवार परामर्श केन्द्र की बैठक में परिवारों के समझौते कराए गए। एक दिलचस्प मामला यह सामने आया कि विवाहिता के परिजनों द्वारा दहेज प्रताड़ना की शिकायत की गई थी, लेकिन सुनवाई के दौरान दहेज प्रताड़ना की कोई बात सामने नहीं आई। बल्कि विवाहिता के नाम पर ससुराल वालों द्वारा की गई एफडी भी बताई गई। रविवार को सीहोर निवासी रुकमणी और भोपाल निवासी रोहित के मामले में सुनवाई की गई। रुकमणी द्वारा आवेदन दिया गया था कि उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता है, लेकिन सुनवाई के दौरान इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई। रुकमणी के दादा ससुर ने पांच लाख रुपए से अधिक की एफडी बतौर सुरक्षा के करवा रखी है। पति-पत्नी दोनों ने फिलहाल साथ रहने का संकल्प लिया है। इसके अलावा बिलकिसगंज की यास्मीन और भोपाल के शाहराज तथा वहिदगंज के लालमियां और मगसपुर की रिजवाना ने भी साथ रहने का निर्णय लिया है, दोनों के पति अलग मकान लेकर रहेंगे। गंज के राजू और बरेली की बसंती के बीच भी समझौता कराया गया। बैठक में नासिर मसूद, श्रीमती रीना मिश्रा, प्रेमलता राठौर, जगदीश निगोदिया, नरेन्द्र गोस्वामी, ओम सिंह बिजोलिया, ममता त्रिपाठी, रमा सोनी, कुसुम सरेआम, रूकमणी अग्रवाल, आरक्षक संतोष सोनी उपस्थित थे
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