सीहोर। पुलिस लाइन पर बलवा ड्रील का अभ्यास करते हुए जवान। छाया: बिल्लू समाधिया |
रक्षित निरीक्षक अरविन्द तिवारी के दिशा निर्देशन मेंंं मंगलवार की सुबह से लेकर दोपहर तक पुलिस लाइन पर पूर्वाभ्यास किया गया। इस पूर्वाभ्यास में पुलिस जवानों को लाठीचार्ज, अश्रुगैस छोड़ने तथा उपद्रवियों द्वारा फेंके जाने वाले पत्थरों से सामना करने के तरीके बताए गए। इस पूर्वाभ्यास में पुलिस जवानों ने आमने सामने का प्रदर्शन किया। पुलिस की खिलाफ ही नारेबाजी करते हुए यह लोग सामने की पुलिस पार्टी पर हमला कर उससे निपटने के तरीके सीख रहे थे। रक्षित निरीक्षक द्वारा उन्हें पर्याप्त सावधानी के साथ कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। लगभग सौ से भी अधिक पुलिस जवानों ने मंगलवार को ट्रेनिंग प्राप्त की। उधर पुलिस द्वारा 24 सितम्बर को देखते हुए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के इंतजामों में तेजी लाई जा रही है। लगभग तीन सौ से अधिक जवानों की तैनाती जिला मुख्यालय पर स्थित फोर्स के अलावा की जाएगी। आईजी शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने लोगों के शस्त्र लायसेंस को निरस्त नहीं किया है, लेकिन आत्मरक्षा के लिए दिए इन शस्त्रों को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी गई है। यदि कोई व्यक्ति अपने निजी शस्त्र का उपयोग करते पाया जाता है तो उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसएमएस भी दे रहे हैं शांति के संदेशचौबीस सितम्बर को लेकर यहां लोग अपने कार्यक्रम स्थगित करते हुए रेलवे रिर्जवेशन निरस्त करा रहे हैं, वहीं लोग एसएमएस करके शांति सद्भाव के साथ रहने का भी आव्हान कर रहे हैं।
अयोध्या के मामले में आने वाले निर्णय को देखते हुए जिले के हर आम और खास की जिज्ञासा और चिंता बढ़ी हुई नजर आ रही है। लोग एक दूसरे को विभिन्न प्रकार के एसएमएस भेज रहे हैं। जिनमें कई प्रकार के एसएमएस भी आ रहे हैं, पर लोगों को अमन और चैन के साथ रहने के भी संदेश दिए जा रहे हैं, जो लोगों द्वारा पसंद किए जा रहे हैं। इस एसएमएस में उल्लेखित किया गया है कि 24 सितम्बर को बाबरी मस्जिद का फैसला आने वाला है, हो सकता है इस फैसले से कुछ विवाद हो, धार्मिक पार्टियां आपको उकसाए, मंदिर और मस्जिद की बात करें। तब एक बात याद रखना कि उपद्रव में मरने वाला न हिन्दू होता है, और न मुसलमान वो सिर्फ इंसान होता है।
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