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Sunday, October 10, 2010

बिजली ने बढ़ाया टेंशन

 सीहोर, जिला मुख्यालय पर अचानक शुरू हुई बिजली की समस्या से न केवल आम और खास नागरिक बल्कि दुर्गा उत्सव समितियों के पदाधिकारियों के साथ-साथ बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों में भी तनाव देखा जा रहा है।जिला मुख्यालय पर नवरात्रि के पहले दिन हुई बार-बार बिजली कटौती का असर शनिवार को देखा गया। आम लोगों के साथ-साथ दुर्गा उत्सव समिति के पदाधिकारियों में भी इसको लेकर चिंता देखी गई। लोगों के साथ-साथ बिजली विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों में भी तनाव का वातावरण देखा जा रहा है। समितियों इस बात का तनाव है कि उनके द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं में खलल उत्पन्न हो सकता है। जबकि बिजली विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों में लगातार लोड बढ़ जाने के कारण तनाव देखा जा रहा है। शहर में दुर्गा उत्सव को लेकर इस बार भी आकर्षक विद्युत साज-सज्जा की गई है। शहर के हर चौराहे पर व्यापक विद्युत साज-सज्जा होने के कारण बिजली विभाग को इस बात का भय सता रहा है कि किसी दिन व्यवस्था भंग न हो जाए। विद्युत अधिकारियों का कहना है कि समितियों द्वारा अनियंत्रित लोड डाला जा रहा है। जिससे फीडरों पर व्यवस्था गड़बड़ाने की संभावना बन सकती है। हालांकि वह इस बात का भी आश्वासन दे रहे हैं कि व्यवस्था में किसी प्रकार का खलल उत्पन्न न हो। इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं, लेकिन जिस प्रकार की परिस्थितियां निर्मित हो गई हैं, उससे कभी भी व्यवस्था गड़बड़ा सकती है। पहले दिन ही इस प्रकार की स्थिति निर्मित हुई जहां शाम को बिजली एक घंटे देरी से आई, वहीं रात के समय दो से अधिक बार बिजली गई। जिससे देवी भक्तों का परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह भी बिजली अपनी निर्धारित समय से आधा घंटा पहले काटी जाने लगी है। जिसके कारण भी स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा, हालांकि शनिवार की दोपहर को बिजली अपने निर्धारित समय से एक घंटा देरी से गई। समितियों के पदाधिकारियों ने बिजली विभाग के अधिकारियों से व्यवस्था दुरूस्त रखने की मांग की है। ताकि नवरात्रि महोत्सव के दौरान किसी प्रकार का खलल उत्पन्न न हो। बिजली विभाग के सहायक यंत्री संजय जोशी ने बताया कि विभाग द्वारा व्यवस्था को सुचारू रखने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जिस प्रकार से समितियों द्वारा अनियंत्रित लोड फीडरों पर डाला जा रहा है,उससे कभी भी अव्यवस्था उत्पन्न होने से इंकार किया जाना मुश्किल कार्य है। बहरहाल देखना यह है कि आने वाले दिनों में किस प्रकार की स्थिति निर्मित होती है। फिलहाल तो बिजली की अव्यवस्था से सभी तनाव में नजर आ रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी बनी आक्रोश की स्थिति
जिला मुख्यालय के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र की दुर्गत्सव समितियों में भी आक्रोश का वातावरण देखा जा रहा है। जिला मुख्यालय पर तो पहले दिन ही कटौती हुई है, जबकि ग्रामीणों क्षेत्रों में लगातार कटौती का आलम बना हुआ है। रात को आरती के समय भी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली न होने के कारण आक्रोश गहराता जा रहा है। देखा जा रहा है कि जहां एक ओर वितरण कंपनी ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध नहीं करा पा रही है,वहीं भारी भरकम राशि के बिलों की वसूली के लिए वितरण कंपनी कुर्की की कार्रवाई कर रही है, जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीण बताते हैं कि दिन में मात्र छह घंटे ही बिजली उपलब्ध हो पा रही है,ऐसे में त्यौहार की तैयारियों में जुटे लोग तो परेशान हैं ही फसल कटाई के बाद थ्रेसिंग में बाधा उत्पन्न हो रही है। विभाग किसानों की मांग को लगातार दरकिनार किए हुए हैं। दुर्गोत्सव समितियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि नवरात्रि तक विद्युत प्रवाह सुचारू रखा जाए,ताकि सभी लोग त्यौहार का आनंद उठा सकें।

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