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Wednesday, October 27, 2010

उच्च शिक्षा मंत्री के काफिले का वाहन ट्रक से टकराया


निज सहायक सहित दो की मौत

आष्टा/ जावर। मंगलवार की सुबह उच्च शिक्षा मंत्री के काफिले का वाहन राजमार्ग पर खड़े ट्रक में जा घुसा जिससे दो लोगों की दर्दनाक मृत्यु हो गई। मृतकों में मंत्री जी का निज सहायक भी शामिल है। पुलिस ने मामला कायम कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस और उनका काफिला बुरहानपुर से भोपाल के लिए सोमवार की रात को रवाना हुआ था। यह काफिला सुबह चार बजे भोपाल-इन्दौर राजमार्ग पर ग्राम मेहतवाड़ा के पेट्रोल पंप के समीप पहुंचा था कि काफिला का जाइलो वाहन क्रमांक एमपी 04टीए 0322 भोपाल की तरफ मुंह करके खड़े ट्रक क्रमांक एमपी07 जी 5373 में जा घुसा जिससे जाइलो में सवार श्रीमती चिटनिस का निज सहायक छतरपुर निवासी 45 वर्षीय महेश सिन्हा आत्मज नंदकिशोर तथा बुरहानपुर निवासी 50 वर्षीय दलबीर सिंह आत्मज चरण सिंह अरोरा घायल हो गए जिनकी मृत्यु भोपाल अस्पताल में हो गई।

चालक ने बुलाया

मंत्री जी का वाहन कुछ देर पहले ही आगे निकला था बताया जाता है कि इस वाहन को चला रहे भोपाल निवासी चालक आशीष शर्मा आत्मज गंगाराम को मामूली चोंट आई जिसके द्वारा ही मंत्री जी को सूचना मोबाइल पर दी गई जिससे वे वापस लौटी और घायलों को भोपाल ले गई पर इलाज के दौरान डाक्टर दोनों को बचा नहीं सके। मंत्री जी के निज सहायक छतरपुर में महिला एवं बालविकास विभाग में परियोजना अधिकारी के रुप में पदस्थ थे।

नहीं थम पा रहे हादसे

भोपाल-इन्दौर मार्ग एक बार फिर से सड़क दुर्घटनाओं का पर्याय बनता जा रहा है। डिवाइडर बन जाने के बाद कुछ दिनों के लिए दुर्घटनाएं रुकी थी पर वापस हादसे होने लगे है। उच्च शिक्षा मंत्री अर्चना चिटनिस के दो सहयोगियों का निधन हो गया जबकि इससे पहले प्रतिपक्ष की नेता स्व. जमनादेवी यहां घायल हो गई थी और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के समर्थक सोंडापुल में गिर चुके है।

लौटकर आई मंत्री

सुबह चार बजे घटित घटनाक्रम से कुछ ही पल पहले उच्च शिक्षा मंत्री अर्चना चिटनिस का वाहन गुजरा था। किस्मत से बचे ड्राइवर आशीष ने उन्हें मोबाइल पर बताया तो वो तत्काल वापस लौटी और तत्परता पूर्वक भोपाल भी ले गई पर वहां दोनों ही बच नहीं सके। बताया जाता है कि छतरपुर के महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी महेश सिन्हा आमतौर पर मंत्री जी के ही वाहन में रहते थे और अधिकांशत: श्रीमती चिटनिस भी इसी जाइलों वाहन से ही जाती है पर बुरहानपुर से ही श्री सिन्हा इस वाहन में दलबीर अरोरा के साथ बैठ गए थे पर दोनों अपनी मंजिल पर नहीं पहुंच सके।
 

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