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Friday, October 22, 2010

आष्टा में एक बार फिर पीला पंजा चमका


 आष्टा नगर में कुछ माह पूर्व ही अतिक्रमण को लेकर खासा आयोजन कुछ दिनों तक चलाया गया था, जिसमें अतिक्रमणकारियों को नजर अंदाज कर आम आदमी की परेशानी का सबब तैयार कर उनके ओटले तथा जीनों को बड़ी ही बेदर्दी से तोड़ दिया गया था। इस तरह की अतिक्रमण मुहिम का बिगुल स्थानीय प्रशासन द्वारा पुन: फूंका जा चुका हैं। बुधवार शाम मुनादी के माध्यम से पुन: अतिक्रमण हटाने को लेकर लोगों में दहशत भर दी गई हैं। नगर के महत्वपूर्ण व्यवसायिक मार्ग कन्नौद रोड पर बने कांक्रीटयुक्त मार्ग के बीचों-बीच से नापकर दोनों ओर चूने की लाईन डालकर सभी व्यवसायियों को आज तक का समय दे दिया गया है कि अपना सामान तथा अन्य अतिक्रमण मार्ग से 40 फीट दूर कर ले अन्यथा या तो उसे जब्त कर लिया जाएगा या नष्ट कर दिया जाएगा। गुरूवार को हुई कार्रवाई में जहां प्रशासनिक अधिकारियों जिनमें प्रमुख रूप से अनुविभागीय अधिकारी इच्छित गढ़पाले, तहसीलदार पुरूषोत्तम कुमार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी केएल सुमन, उपयंत्री देवेन्द्र चौहान ने मार्ग का निरीक्षण कर सभी को समझाईश दी। साथ ही अपना अतिक्रमण हटाने के लिए भी प्रेरित किया। इस पूरी कवायद के पीछे कन्नौद रोड के व्यापारियों द्वारा अपनी जगह से भी काफी अधिक दूरी तक अपने शेड तथा अपना सामान रखने के चलते आवागमन में बाधा उत्पन्न होती हैं इस सबसे ज्यादा अनाज मण्डी में आने वाली बैलगाड़ियों तथा ट्रेक्टर-ट्रालियों की वजह से लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पडता हैं। जिस स्थान पर व्यापारियों ने अपना सामान रख रखा हैं उस स्थान का उपयोग सामान हटाने के बाद यातायात कों व्यवस्थित करने में किया जा सकता हैं, अपनी बारी के इंतजार में खडेÞ होने वालें वाहनों को भी इस स्थान पर खड़ा किया जा सकता हैं। यही हाल सिविल अस्पताल के पीछे वाले मार्ग का भी जिसके दोनों ओर अवैध गुमटियां रखकर उसको किराए से देने का कारोबार पनप गया हैं। रसूखदार लोग जबरिया अपनी गुमटी रखकर गरीबों को अवैध बिजली कनेक्शन तथा किराया वसूल कर इसे एक धंधे का रूप दे चुके हैं। इस पर भी प्रशासन कब दृष्टि डालेगा देखने लायक मामला हैं। ऐसा नहीं हैं कि इतने में अतिक्रमण का मामला खत्म हो जाता हैं चाहे मुख्य मार्ग हो या फिर अनेकों अन्य स्थान सभी में हो चुके बड़े अतिक्रमणों को भी देखने की सख्त आवश्यकता हैं।

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