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Tuesday, October 26, 2010

आसमां से बरसी खुशी

सीहोर,सोमवार की शाम को गिरे मावठे के बाद मौसम में एकदम बदलाव आने पर लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि बारिश थोड़ी देर गिरने के बाद ही बंद भी हो गई पर यह बारिश भी किसानों के लाभप्रद रही। बिजली और पानी की समस्या से जूझ रहे किसानों को अब मावठे का ही एकमात्र सहारा नजर आ रहा है। बीच में हुई बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली थी पर बाद में मौसम में गर्माहट बढ़ने से किसानों को वापस बिजली और पानी पर ही निर्भर होना पड़ रहा था। किसान मावठे के लिए भी प्रार्थना करते नजर आ रहे थे। सोमवार की शाम चार बजे के बाद मौसम ने करवट बदली और आसमान पर काले घने बादल छाने लगे। कुछ देर बाद ही बाद चारो तरफ अंधेरा छाने लगा बादलों की इस स्थिति को देखते हुए किसानों के चेहरे खिल उठे। शाम पांच बजे के बाद बारिश होने लगी पहले रिमझिम और बाद में तेज बारिश से किसानों को राहत मिली। जिस प्रकार से मौसम बना हुआ था उसे देखकर यही लग रहा था कि बारिश जमकर होगी पर इस सीजन की भांति ही आज भी हुआ और कुछ देर बाद ही बारिश बंद हो गई। इस बारिश से भी किसानों को राहत मिली है। मौसम वैज्ञानिक एचडी वर्मा के अनुसार यह बारिश किसानों के लिए अमृत के समान है। इन दिनों होने वाली बारिश रबी की फसल के लिए लाभ दायक होगी। कृषक अमरसिंह परमार ने बताया कि मावठे के गिरने से बिजली और पानी दोनों की बचत हुई है। मावठा इस प्रकार और गिरा तो आने वाली फसल से उम्मीद भी बढ़ जाएगी। क्योंकि अभी ग्रामों में न तो पानी मिल पा रहा है और न ही बिजली जिसके कारण बोवनी के लिए खेत भी तैयार नहीं हो पा रहे है। कृषकों द्वारा बार-बार बिजली विभाग से मांग की जा रही है कि रात के समय भी आपूर्ति दुरस्त रखे पर इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिले भर के कृषकों में बिजली ने मिलने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सर्दी पर टिका कारोबार का दारोमदार

इन दिनों व्यापारियों की निगाहें सर्दी पर टिकी हुई है। बारिश के सीजन में रेनकोट कारोबार मेें परेशान हो चुके व्यापारियों को अब सर्दी के कारोबार से उम्मीदें बनी हुई है। स्वेटर शाल और अन्य ऊनी वस्त्रों का स्टाक दुकानदारों द्वारा लुधियाना और दिल्ली से रक्षाबंधन के बाद ही करना पड़ता है। लगभग अधिकांश दुकानदारों द्वारा स्टॉक कर लिया गया है। दीपावली के बाद गरम वस्त्रों की मांग शुरु हो जाती है। शाल के थोक व्यवसायी गिरधरगोपाल कुईया का कहना है कि सर्दी पड़ने पर ही माल की बिक्री जोरों पर होगी अन्यथा हाल रेनकोट जैसा ही होगा। स्वेटर विक्रेता राजेश जैन का कहना है कि स्टॉक किया गया है बस सर्दी का इंतजार हो रहा है।

दोपहर में सूर्य के तेवर तीखे हो रहे है.

सोमवार की शाम को बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया पर दिन के समय पिछले कई दिनों से सूर्य की तपन काफी तेज हो रही है जिससे लोगों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रतिदिन गर्मी के तेवर इस प्रकार है मानों अप्रेल मई का महीना चल रहा है। भीषण गर्मी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अक्टूबर माह में लोग अपने वाहनों को छावं में खड़ा करने के लिए विवश हो रहे है। दिन में गर्मी के बाद रात में और सुबह के समय अवश्य मौसम मेें बदलाव नजर आ रहा है पर यह बदलाव कुछ देर तक ही सीमित रहता है और जैसे ही समय बढ़ता जाता है वैसे ही तपन लोगों को बैचेन कर रही है।

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