सीहोर,सोमवार की सुबह साढ़े दस बजे सतराना पुल के समीप दो युवकों की लाश मिलने से सनसनी का वातावरण बन गया। दोनों मृतकों की पहचान सगे भाईयों के रूप में की गई। नृशंसता पूर्वक हत्या करने के मामले में तीन लोगों कोहिरासत में लिया गया है।
रेहटी के सतराना पुल पर कोलार नदी में सोमवार की सुबह लोगों को जब लाश दिखी तो वहां पर भीड़ एकत्रित हो गई। एक निवस्त्र और एक अर्ध नग्न अवस्था में मिले युवकों के पेट पर पत्थर बंधे होने से स्पष्ट हो गया था कि यह हत्या का मामला है? दोनों युवक कौन है? और कहां के रहने वाले है? तथा इनकी हत्या किसने और क्यों की? यह सभी बातें यहां पर पहुँचें एसडीओपी प्रशांत चौबे और थाना प्रभारी आरएन शर्मा सहित सीहोर से विशेष रूप से गए एफएसएल अधिकारी जीएस नरवरिया के साथ-साथ वहां पर खड़े लोगों के मस्तिष्क में उठ रही थी। पुलिस को इनकी शिनाख्त जल्द होने की उम्मीद नहीं लग रही थी पर पुलिस को इतनी जल्द में शिनाख्त होने की उम्मीद भी नहीं थी। शव बाहर आते ही
पुलिस के अनुसार शव बाहर आते ही इनकी शिनाख्त रेहटी से करीब 15किलो मीटर दूर स्थित ग्राम निनोरा निवासी अनोखी लाल मेहरा के 22 वर्षीय पुत्र अनिल और 28 वर्षीय पुत्र छगन के रूप में इनके भाई भैयालाल द्वारा की गई। यहां पर ही मामला सुलझ जाने पर पुलिस ने राहत की सांस ली और दोनों के हत्या के कारणों की खोज भी शुरू की। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ग्राम निनोरा में रहने वाले अनिल का किसी लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था पर इसकी परिणीति यह होगी उसकी कल्पना किसी को भी नहीं थी। बताया जाता है कि अनिल के लापता होने पर उसके भाई के शव को मिलना रहस्य का विषय माना जा रहा है।
निर्ममता पूर्वक
जिस प्रकार से इन दोनों के शव पुलिस द्वारा बरामद किए गए उससे यही लगता है कि आरोपियों ने फिल्मी अंदाज में इनकी निर्ममता पूर्वक हत्या की है। शवों को देखकर ऐसा भी लग रहा है कि दोनों ही मृतक आरोपियों के सामने सघंर्ष की स्थिति करने में नहीं थे। और इन लोगो को मौत के घाट उतारने के बाद ही इनकी पहचान न हो सके इसके लिए इनके कपड़े भी उतारकर फेंक दिए गए और लाश पानी से जल्द बाहर न आ सके इसलिए उनके शवों पर वजनदार पत्थर भी बांध दिए गए।
दो से अधिक लोग
जिस प्रकार से शवों की हालात मिली है उससे यही लग रहा है कि इन लोगों की हत्या में दो या उससे भी अधिक लोगों का हाथ होगा? क्योंकि शवों पर इस प्रकार से पत्थर बांधना और उस पर चादर लपेटना और कपड़े उतारने का कार्य दो लोगों के बस का नही है। बहरहाल पुलिस इन सभी गुत्थियों को सुलझाने में लगी हुई है तथा इस सिलसिले में तीन लोगों को हिरासत में भी लिया है पुलिस सूत्रों के अनुसार अभी तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है जिन पर हत्या का शक है ऐसा माना जा रहा है कि प्रेम प्रसंग के चलते यह हत्याकांड किया गया है। हिरासत मेें लिए गए तीनों लोग में से दो उसी गांव के है, जिनके नाम शीघ्र खोले जाएंगे। बहरहाल पुलिस अभी तीनों से पूछताछ कर रही है जिसके आधार पर अन्य लोगों के शामिल होने की संभावना भी तलाश की जा रही है।
शव पहुचते ही शोक में डूब गए लोग
रेहटी से करीब 15 किलो मीटर दूर ग्राम निनोर में सोमवार को जैसे ही यह खबर गांव में पहुँची वैसे ही वहां पर शोक का वातावरण बन गया। ग्राम के अनोखीलाल मेहरा के घर पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी। परिजनों को भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या? पर धीरे-धीरे उनको भी यह सच पता ही चल गया जैसे ही सच्चाई समीप आई तो वहां पर रूदन शुरू हो गया। शवों का पोस्टमार्टम करवाकर जैसे ही गांव लाया गया वैसे ही वहां पर मौजूद हर व्यक्ति शोक में डूब गया। गांव के होनहार युवकों की लाशों को एक साथ देखकर लोगों की आंखे भी नम हो गई कई लोगों को तो इस बात का भरोसा भी नहीं हो रहा था कि छगन और अनिल इस दुनिया में नहीं रहे है।
लापता था
ग्राम निनोर निवासी अनोखी लाल का पुत्र अनिल 24 सितम्बर से ही लापता था जिस पर परिजनों द्वारा उसकी तलाश की जा रही थी? बिना किसी कारण के उसका यूं घर से चला जाना किसी को भी नहीं समझ में आ रहा था। जब सभी दूर उसे तलाश कर लिया गया और वो नहीं मिला था तो परिजनों ने थक हार कर रविवार की रात को थाने में इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई। बताया जाता है कि एक मामले को लेकर इनके द्वारा शक भी व्यक्त किया गया था। पुलिस अभी उसकी तलाश शुरू करती इससे पहले ही उसका शव मिल गया। बहरहाल पुलिस ने आरोपियों के नामों का खुलासा हो जाने पर राहत की सांस ली है।
दोनों भाईयों के शरीर पर पत्थर बंधे हुए थे...
पुलिस को शव देखकर जरा सी भी देर नहीं लगी कि इन दोनों की नृशंस हत्या की गई है, क्योंकि दोनों के ही पेट पर बड़े-बड़े पत्थर बांधे गए थे ताकि इनके शव आसानी के साथ बाहर नहीं आ सके लेकिन सोमवार को उनके शव सतराना पुल के किनारें पर आ ही गए। पुलिस के अनुसार मृतक अनिल के शव पर एक भी वस्त्र नहीं पाया गया और उसके पेट पर करीब 25 किलो वजन का पत्थर एक चादर से बांधा गया था जबकि उसके भाई छगन के शरीर पर कपड़ों के नाम पर केवल एक नीले कलर का अन्डरवियर था उसके पेट पर करीब 20 किलो वजन का पत्थर बंधा हुआ था उसके शरीर पर भी सिल्क क्रीम हरे रंग की चादर लपटी हुई थी। लाश मिलने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में लोगों का समूह वहां एकत्रित हो गया पुलिस को लाश की शिनाख्त होने पर शक हो रहा था पर लोगों की भीड़ में से ही एक युवक रोने लगा तो पता चला कि यह मृतकों को बड़ा भाई भैयालाल है। जिसने ही पुलिस को बताया कि अनिल गांव से 24 तारीख से लापता है और छगन तो इटारसी में नौकरी करता है उसका शव यहां पर कैसे आया वो समझ नहीं पा रहा था।
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