सीहोर, जिले की पहली महिला पुलिस अधीक्षक दीपिका सूरी ने मंगलवार को जनसुनवाई में दहेज लोभियों को सबक सिखाने के उद्देश्य से जीरो पर अपराध कायम कर संबंधित थानों में भेजने के दिशा-निर्देश जारी किए। मुख्यालय पर कुल 66 आवेदन प्राप्त हुए। प्रति मंगलवार को की जाने वाली जनसुनवाई में गत मंगलवार की तुलना में आवेदनों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई। पिछले मंगलवार को अयोध्या मसले के कारण उपस्थितों की संख्या कम रही थी। जिला मुख्यालय पर मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे दीपिका सूरी ने आए आवेदनों पर गंभीरता से विचार किया और आवेदकों की समस्या को सुना। बताया जाता है कि शहर की दो युवतियों द्वारा पुलिस अधीक्षक को बताया गया कि उन्हें दहेज को लेकर ससुराल पक्ष द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। देवास और विदिशा के मामलों में पुलिस अधीक्षक को जानकारी दी गई कि वहां पर हम लोग प्रकरण दर्ज कराने की स्थिति में नहीं है। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने तत्काल इस बात के दिशा निर्देश क्रमश: कोतवाली और अजाक थाना प्रभारी को दिए कि दोनों मामले आरोपियों के विरूद्ध जीरो पर कायम किए जाकर संबंधित थानों को भेज दिए जाए। यहां पर इन दो आवेदनों के अतिरिक्त 17 अन्य आवेदनों पर भी सुनवाई की जाकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए। जिला कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर संदीप यादव की अनुपस्थिति में डिप्टी कलेक्टर धीरज श्रीवास्तव और अंजली जोसफ ने जनसुनवाई करते हुए आवेदनों का अध्ययन किया। बताया जाता है कि जिला कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को कुल 47 आवेदन पत्र लोगों द्वारा प्रस्तुत किए गए। जिनका अध्ययन करने के बाद डिप्टी कलेक्टर अंजली जोसफ और धीरज श्रीवास्तव ने संबंधित विभागों को समस्याओं के निराकरण के दिशा-निर्देश जारी
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